जामुड़िया. जामुड़िया चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने स्थानीय विकास को लेकर महत्वपूर्ण मांग की है. चेंबर ऑफ कॉमर्स ने इकड़ा रेलवे स्टेशन से इकड़ा गांव तक की सड़क की मरम्मत, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था तथा ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए आसनसोल-दुर्गापुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (एडीडीए) और स्थानीय प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है. इस क्षेत्र में लंबे समय से मूलभूत सुविधाओं की कमी के कारण आम जनता और व्यापारियों को भारी परेशानियां हो रही हैं.
जर्जर सड़क व आवाजाही में परेशानीचेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव महेश कुमार सावड़िया ने बताया कि इकड़ा स्टेशन से गाँव तक की करीब 2 किलोमीटर लंबी सड़क की हालत बेहद जर्जर है.
जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही में भारी दिक्कत होती है. उन्होंने कहा कि बारिश के दिनों में यह सड़क कीचड़ और जलभराव से भर जाती है, जिससे यात्रियों, विद्यार्थियों और स्थानीय ग्रामवासियों को आवागमन में अत्यधिक कठिनाई होती है.स्थानीय उद्योग की भूमिका और निगम से अपेक्षा : स्थानीय स्पंज आयरन कारखाना के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने सिंघारण नदी पर ब्रिज का निर्माण कार्य किया है, मंदिर का निर्माण किया है और पानी की व्यवस्था भी की है. उन्होंने स्पष्ट किया कि स्ट्रीट लाइट लगाने और सड़क निर्माण की जिम्मेदारी नगर निगम की है, और इसे लेकर नगर निगम से गुहार लगाई गई है.
स्ट्रीट लाइट की कमी और सुरक्षा चिंताएं
ः स्थानीय निवासी चंचल ने बताया कि सड़क के साथ-साथ क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की भी भारी कमी है। शाम ढलते ही यह मार्ग पूरी तरह अंधेरे में डूब जाता है, जिससे दुर्घटनाओं और आपराधिक घटनाओं की संभावना बनी रहती है. चेंबर ऑफ कॉमर्स ने मांग की है कि इस मार्ग पर हर 50 मीटर पर स्ट्रीट लाइट लगाई जाए ताकि लोग रात में भी सुरक्षित आवागमन कर सकें.औद्योगिक व व्यावसायिक विकास की संभावनाएं
चेम्बर के अध्यक्ष जयप्रकाश डोकानिया ने कहा कि इकड़ा रेलवे स्टेशन से इकड़ा गाँव तक सड़क, ड्रेनेज सिस्टम और स्ट्रीट लाइटों के लग जाने पर इस क्षेत्र का समुचित विकास होगा। उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि इस मार्ग पर 4 से अधिक कल-कारखाने हैं, जिनमें हजारों लोगों का आवागमन होता है. स्थानीय संजय खां ने जोर देकर कहा कि अगर इन तीन प्रमुख समस्याओं – सड़क, ड्रेनेज व स्ट्रीट लाइट का समाधान हो जाये, तो इकड़ा गांव का संपूर्ण विकास संभव है.दयनीय ड्रेनेज सिस्टम और सेहत पर असर
माकपा के युवा नेता बुद्धदेव रजक ने कहा कि क्षेत्र में ड्रेनेज की स्थिति भी काफी दयनीय है. बरसात में पानी की निकासी न होने के कारण नालियाँ ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहने लगती हैं. इससे गंदगी फैलती है और मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है, जिसका सीधा असर स्थानीय लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि स्थानीय नागरिकों ने कई बार इस विषय पर शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है