दुर्गापुर.
शहर के बी-वन मोड़ स्थित स्वपन साधना कला मंदिर सभागार में सांस्कृतिक संस्था साहित्य संगीत कला मंच की ओर से वसंत उत्सव का आयोजन किया गया. इसमें दुर्गापुर के अलावा रानीगंज, आसनसोल, कोलकाता, वाराणसी आदि से आये कलाकारों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया. सर्वप्रथम संस्था के संस्थापक एवं सचिव रणजीत कुमार ने आये कलाकारों एवं सुधी स्रोताओं का स्वागत करते हुए कहा कि वसंत उत्सव और विशेष इसलिए हो गया है कि आज ही भारत की बेटी सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष से धरती पर सुरक्षित लौटी है. बाल कलाकार देवांगिनी पाइक के वसंत गीत से कार्यक्रम शुरू हुआ. तत्पश्चात मेघनाथ गुहा, प्रणव मुखर्जी, रोहिन रॉय, मंदिरा बनर्जी, श्वेता देव, मधुमिता मित्र, प्रवीण कुमार मिश्र, प्रेमांशु दत्ता, करुणामयी चक्रवर्ती आदि कलाकारों ने अपने-अपने गायन से सबका मन मोह लिया. मधुमिता मित्र ने ‘चैत मासे पिया नाहीं अइले हो रामा…”” तथा प्रवीण कुमार मिश्र के गीत “रंगी साड़ी गुलाबी चुनरिया रे, मोहे मारे नजरिया सांवरिया रे…’ ने सबको मुग्ध कर दिया. वहीं, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से आयी छात्रा अनुश्री रंजन ने ‘होलिया में उड़े रे गुलाल…”” गाकर सभी स्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया. तबला वादक पांचू गोपाल बनर्जी, सिद्धार्थ कर्मकार, अवीक दास, रणजीत कुमार ने अपने वादन से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिये. हारमोनियम पर दुर्गापुर के जाने-माने संगीत गुरु बिमल मित्रा ने संगत की.इस अवसर पर सैकड़ों सुधी स्रोताओं के साथ दुर्गापुर के अनेक अधिकारी, बुद्धिजीवी, संवाददाता देर रात तक संगीत की स्वर लहरियों पर झूमते रहे.
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