अवैध बालू खनन पर उठे सवाल
आसनसोल, रानीगंज, उखड़ा, कालाझरिया, धेनुआ सहित पूरे महकमे में जलापूर्ति बाधित नगर निगम ने प्रभावित इलाकों में टैंकर से पानी सप्लाई का दिया आश्वासनबर्नपुर. बर्नपुर के कालाझरिया स्थित पीएचई पंप हाउस से रीवर बेड पर बने वेल तक का पुल अचानक टूटकर दामोदर नदी में समा गया. इस घटना में पुल के दूसरी तरफ स्थित वेल टावर पर कार्यरत पीएचई कर्मी गौतम माजी फंस गये. घटना की सूचना मिलते ही कालाझरिया और आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और गौतम माजी को सुरक्षित निकालने की कोशिशें शुरू कर दीं.
घटना की जानकारी हीरापुर थाना और पीएचई विभाग को भी दी गयी. हीरापुर थाने के पुलिस अधिकारी और पीएचई अधिकारी मौके पर पहुंचे और कर्मी को बाहर निकालने की व्यवस्था की. सिविल डिफेंस की टीम ने नाव से जाकर गौतम माजी को वेल से सुरक्षित बाहर निकाला. गौतम माजी ने बताया कि बी शिफ्ट ड्यूटी पर पहुंचने के कुछ ही मिनटों बाद पुल गिर गया. उन्होंने घबराकर अपने पिता को फोन किया और मदद मांगी. उनके पिता ने पुल गिरने की सूचना गांव वालों को दी, जिसके बाद स्थानीय लोग गौतम के पिता के साथ मदद के लिए मौके पर पहुंचे.पंप हाउस और प्रभावित क्षेत्र
वार्ड संख्या 94 के पूर्व पार्षद धर्मादास माजी ने बताया कि पीएचई के इस पंप हाउस की स्थापना 14 अक्टूबर 1993 में हुई थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने इसका उद्घाटन किया था. यह पंप हाउस रानीगंज कोल्डफील्ड वाटर सप्लाई फेज दो के अंतर्गत स्थापित किया गया था. इस पंप हाउस के माध्यम से महेशीला वाटर रिजर्वोइर, बेनाली वाटर रिजर्वोइर और रानीगंज कोल्डफील्ड वाटर रिजर्वोइर से उखड़ा तक जलापूर्ति की जाती थी. पुल टूटने से पंप हाउस के दोनों पाइप भी टूट गये हैं, जिससे आसनसोल महकमा अंतर्गत कई इलाकों में जलापूर्ति सेवा प्रभावित होगी.बोरो सात के चेयरमैन शिवानंद बाउरी ने कहा कि पीएचई पंप हाउस की पाइप लाइन और सप्लाई ब्रिज टूटने से जल आपूर्ति बाधित होगी, लेकिन आसनसोल नगर निगम की ओर से प्रभावित क्षेत्रों में टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति का प्रयास किया जायेगा.
अवैध खनन और लापरवाही के आरोप
भाजपा नेता कृष्णेंदु मुखर्जी ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और आरोप लगाया कि दामोदर नदी में अवैध बालू खनन के कारण रीवर बेड का स्तर लगातार नीचे चला गया है. उन्होंने कहा कि बारिश के दिनों में नदी का जलस्तर बढ़ने से नदी की तेज धार ने पंप हाउस के पिलर को कमजोर कर दिया था. पुल को स्थिर रखने के लिए पिलर के चारों ओर की मिट्टी का कटाव लगातार हो रहा था. मुखर्जी ने आरोप लगाया कि पीएचई विभाग की ओर से मरम्मत का कार्य भी नियमित रूप से नहीं किया गया, जिस कारण यह पुल टूटकर गिर गया है. उन्होंने आगे कहा कि कालाझरिया पंप हाउस से आसनसोल और बर्नपुर के कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति की जाती है. पंप हाउस और वेल के बीच का वाटर सप्लाई पाइप टूटने के कारण कई दिनों तक इन इलाकों में जलापूर्ति बाधित रहेगी. उन्होंने इसे तृणमूल सरकार की लापरवाही और गैरजिम्मेदाराना रवैया बताया और आरोप लगाया कि ‘कटमनी की लालसा एवं देखरेख के अभाव के कारण यह घटना हुई है.’
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