बर्नपुर.
सोमवार को सेल-आइएसपी के सभी विभाग के कर्मचारियों ने ट्रेड यूनियन चुनाव की मांग पर बैज लगा कर सामूहिक रूप से विरोध प्रदर्शन किया. इसे लेकर बीएमस यूनियन के महासचिव संजीत बनर्जी ने कहा कि आइएसपी के समस्त कर्मचारी चाहते हैं कि कारखाने में ट्रेड यूनियन चुनाव हों, लेकिन विरोधी यूनियनें इसमें बाधा देकर कर्मचारियों की भावना से खिलवाड़ कर रही हैं. इस बीच, सेल आइएसपी में यूनियनों की मान्यता के लिए होनेवाला चुनाव टाल दिया गया है. इससे नाराज यूनियनें कलकत्ता हाइकोर्ट चली गयी हैं. ध्यान रहे कि 23 मई को चुनाव होना प्रस्तावित था. पर विरोधी यूनियनों ने चुनाव को टालने पर पूरा जोर लगा दिया. सोमवार को आइएसपी के विभिन्न विभाग ब्लास्ट फर्नेस, आरएमएचपी, सिन्टर प्लांट, एसएमएस, कोक ओवन, पीबीएस, मशीन शॉप्स, मिल्स, ऑफिस, हॉस्पिटल, टाउन आदि में एक साथ प्रदर्शन किया गया. बीएमएफ चुनाव कराने को लेकर प्रतिबद्ध है. इस चुनाव में सेल-आइएसपी के कर्मचारियों की जीत होगी.आइएसपी में सक्रिय यूनियनें अपना वर्चस्व बनाये रखने के लिए चुनाव को लेकर कुछ दुविधा में हैं. बर्नपुर इस्पात कर्मचारी संघ(बीएमएस) चुनाव के पक्ष में हाइकोर्ट चला गया था. फिर हाइकोर्ट ने क्षेत्रीय श्रमायुक्त (आरएलसी) आसनसोल को चुनाव कराने का निर्देश दिया. आरएलसी ने पांचों यूनियन के साथ बैठक करने के बाद 23 मई को चुनाव कराने का निर्णय लिया था.
इस चुनाव को लेकर बर्नपुर में गहमागहमी है. बीते दिनों इंटक के सक्रिय सदस्य तथा सचिव श्रीकांत शाह ने जैसे ही बीएमसी का दामन थामा. इंटक ने भी पलट वार कर कई बीएमएस से कुछ कर्मचारियों को इंटक में योगदान दिला दिया.आसनसोल आयरन एंड स्टील वर्कर्स यूनियन(इंटक), एबीके मेटल एंड इंजीनियरिंग वर्कर्स यूनियन ( सीटू), बर्नपुर इस्पात कर्मचारी संघ (बीएमसी) ने आर एलसी आसनसोल के पास नामांकन किया. लेकिन यूनाइटेड आयरन एंड स्टील वर्कर्स यूनियन (एटक) तथा आयरन एंड स्टील इंजीनियरिंग वर्कर्स यूनियन (एचएमएस) ने नामांकन नहीं किया. नामांकन पूरा होने के बाद फिर यूनियनें कोर्ट चली गयीं. हाइकोर्ट नें अर्जी पर सुनवाई करते हुए 30 जून टक चुनाव पर स्टे लगा दिया है. एसएमएस नेता मुमताज अहमद ने बताया कि आरएलसी आसनसोल ने 28 अप्रैल को एक मीटिंग बुलायी और बैठक से बाहर निकलने के बाद आरएलसी नें 23 मई के चुनाव को लेकर नोटिस जारी कर दिया. 23 मई के चुनाव को लेकर रिजनल लेबर कमिश्नर ने जो निर्देश दिया है, यूनियनें उससे इतफाक नहीं रखती हैं. इसलिए आइएसपी की तमाम यूनियनें एकजुट होकर कोर्ट चली गयी हैं. मामले पर हाइकोर्ट में अगली सुनवाई 18 जून को होना हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है