दुर्गापुर. सेल के एलॉय स्टील प्लांट (एएसपी) में कथित तौर पर तीन श्रमिकों को गलत तरीके से अस्थायी नौकरी दिलाने के मामले में समीर सिंह और साहेब गंगोपाध्याय का नाम सामने आया है. इंडियन नेशनल तृणमूल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (आइएनटीटीयूसी) ने इन दोनों के खिलाफ कोकओवन थाना में मामला दर्ज कराया है. यह जानकारी शनिवार को आइएनटीटीयूसी के प्रदेश अध्यक्ष ऋतव्रत बंदोपाध्याय ने दी.
इंटक की शिकायत और कार्रवाई
बंदोपाध्याय ने सिटी सेंटर स्थित सिद्धू कानू स्टेडियम में कोर कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक के बाद बताया कि कोर कमेटी के गठन से पहले ही नियुक्ति मामले में शिकायत मिली थी. जांच के बाद एएसपी में तीन लोगों की नियुक्ति में अनियमितता पाई गई, जिसमें दो श्रमिक नेता समीर सिंह और साहेब गंगोपाध्याय दोषी पाए गए. इनके खिलाफ पुलिस आयुक्त से मिलकर थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है. इंटक ने शिकायत पत्र में सही जांच और कार्रवाई की मांग की है. बंदोपाध्याय ने स्पष्ट किया कि इस मामले में किसी भी राजनीतिक दल के नेता को बख्शा नहीं जायेगा.
बायोमेट्रिक प्रणाली का अभाव और आगे की जांच
बंदोपाध्याय ने बताया कि कोर कमेटी के गठन के तुरंत बाद एएसपी में 3 ठेका श्रमिकों को नौकरी कैसे मिल गई, यह बड़ा सवाल है. अब तक कोर कमेटी की जानकारी के बिना एएसपी में कुल 15 लोगों को नौकरी दी गयी है. इनमें से पहले तीन लोगों की पहचान की गयी है, जबकि बाकी 12 लोगों की नियुक्ति की जांच शुरू कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि कारखाने में ठेका श्रमिकों की पहचान केवल गेट पास से होती है, बायोमेट्रिक व्यवस्था नहीं है, जिसका फायदा उठाकर ये नियुक्तियां की गयीं. बंदोपाध्याय ने यह भी कहा कि सिर्फ एफआइआर ही नहीं, पुलिस को एक परिशिष्ट भी दिया जा रहा है, जिसमें अगर किसी राजनीतिक दल का व्यक्ति आरोपियों के पीछे है, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की गई है. इस अवसर पर जिलाध्यक्ष नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती सहित कोर कमेटी के सदस्य मौजूद थे.
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