आरोपियों से जुड़ा है उत्तर भारत में बैठे साइबर क्राइम के शातिरों का लिंक, दो के खाते में गये थे 24 लाख रुपये शेयर ट्रेडिंग के बहाने एडीपीसी में सबसे बड़ी ठगी का है यह केस, अन्य आरोपियों की तलाश में लगी है पुलिस आसनसोल. शेयर ट्रेडिंग में ज्यादा मुनाफा का झांसा देकर 2.53 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने शिकायत मिलने के छह दिनों के अंदर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर शुक्रवार को अदालत में पेश किया. जिसमें महेशतला का राजेश शर्मा है जिसके खाते में ठगी के चार लाख रुपये गये थे. गायघाटा का सिंटू विश्वास है जिसके खाते में 20 लाख रुपये गये थे. गायघाटा का ही रति मिस्त्री है जो लोगों से अकाउंट संग्रह करता है और बैरकपुर का शेख आबिद अली है, जो सारे अकाउन्ट जमा करके उत्तर भारत में बैठे साइबर अपराधियों को पहुंचाता है. जांच अधिकारी ने चारों आरोपियों के दस दिनों की पुलिस रिमांड की अपील की. अदालत ने सात दिनों का रिमांड मंजूर किया. पुलिस के आला अधिकारी इस मामले की जांच में जुटे हैं. शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ठगी का कमिश्नरेट में यह अबतक यह सबसे बड़ा मामला है. इससे पहले शेयर ट्रेंडिंग में इतनी बड़ी रकम की ठगी नहीं हुई है. गौरतलब है 27 जून 2025 को साइबर क्राइम थाना आसनसोल में दुर्गापुर निवासी अक्षय कुमार पाल ने साइबर अपराधियों के झांसे में आकर शेयर ट्रेडिंग में 2,53,14,437 रुपये की ठगी होने की शिकायत दर्ज करायी. शिकायत मिलते ही पुलिस जांच में जुट गयी. कुछ रकम अपराधियों के बैंक खाते में फ्रीज भी करवाया. जिन खातों यह ठगी की राशि गयी थी, उन खातों की छानबीन करते हुए पुलिस पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया. जिसमें से दो लोग ऐसे जिनके खाते में ठगी की 2.53 करोड़ की राशि में से 24 लाख रुपये ट्रांसफर हुआ था. इन दो लोगों के साथ इनसे खाता लेनेवाले और खाता को साइबर अपराधियों तक पहुंचानेवाले दो कुल चार लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है.
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