दुर्गापुर.
गर्भावस्था के दौरान स्टेम सेल बैंकिंग और विभिन्न स्व-देखभाल तकनीकों पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से अधिष्ठान यूरो एवं स्त्री रोग केयर दुर्गापुर ने लाइफसेल के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया.विशेषज्ञों ने दी महत्वपूर्ण जानकारियां
अधिष्ठान यूरो एवं स्त्री रोग केयर दुर्गापुर की कंसल्टेंट स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ ईशा गुटगुटिया सुद्रानिया और कंसल्टेंट यूरोलॉजिस्ट डॉ मनोज सुद्रानिया ने डाइटिशियन, फिजियोलॉजिस्ट, फिजियोथेरेपिस्ट और लाइफसेल सदस्यों की टीम के साथ सत्र की शुरुआत की. महिला दिवस के मद्देनजर आयोजित इस कार्यक्रम में बीस से अधिक भावी मातायें शामिल हुईं.गर्भावस्था में देखभाल पर जोर
इस मौके पर डॉ. ईशा गुटगुटिया सुद्रानिया ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपनी इस अवस्था का आनंद लेना चाहिए और खुद को किसी रोगी की तरह महसूस नहीं करना चाहिए. डाइटिशियन ब्रतती दत्ता ने गर्भवती महिलाओं को तैयार और तुरंत बनने वाले भोजन के बजाय घर के बने आहार, सलाद और दही के सेवन पर जोर देने की सलाह दी. फिजियोलॉजिस्ट प्रतीक्षा डोमग ने मानसिक रूप से स्वस्थ रहने, तनाव मुक्त रहने और सकारात्मक सोच रखने के महत्व पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि यदि कोई मानसिक रूप से स्वस्थ है, तो वह निश्चित रूप से एक स्वस्थ शिशु को जन्म देगी.योग, व्यायाम और स्टेम सेल बैंकिंग पर चर्चा
फिजियोथेरेपिस्ट कुंतल रॉय ने गर्भावस्था के चरण के अनुसार कुछ बुनियादी व्यायाम और योग का प्रदर्शन किया. लाइफसेल के संजीम घोषाल ने बताया कि स्टेम सेल भ्रूण के विकास, ऊतक पुनर्जनन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और संभावित रूप से मां और भ्रूण दोनों में स्थितियों के इलाज के लिए चिकित्सीय अवसर प्रदान करते हैं. कार्यक्रम के दौरान गर्भावस्था में उचित पोषण, आवश्यक शारीरिक गतिविधियाँ, पर्याप्त आराम, भावनात्मक कल्याण और उचित चिकित्सा देखभाल जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गयी. इस जागरूकता कार्यक्रम को लेकर प्रतिभागियों में खासा उत्साह देखा गया. आयोजकों का कहना है कि इस तरह के सत्र गर्भवती महिलाओं को जागरूक करने में सहायक साबित होते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है