रानीगंज.
वल्लभपुर पंचायत कार्यालय में गुरुवार को माकपा के नेतृत्व में वामपंथी कैडरों ने विभिन्न बुनियादी सुविधाओं की मांग को लेकर घेराव व विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने पंचायत कार्यालय के सामने जम कर नारेबाजी की और अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा. सीटू, सारा भारत कृषक सभा, सारा भारत किसान यूनियन और पश्चिम बंगाल बस्ती उन्यन समिति ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया.उन्होंने पंचायत पर गुटबाजी और गरीबों को वंचित करने का आरोप लगाया. बाजार में लोगों के लिए कोई काम नहीं है और लोग भुखमरी के कगार पर हैं. उन्होंने आवास योजनाओं की सूची में धांधली का भी आरोप लगाया. इन मांगों को लेकर अंचल के माकपा नेता हेमंत प्रभाकर ने कहा कि वल्लभपुर इलाके में लंबे समय से पानी की समस्या बनी हुई है. प्रदर्शनकारियों ने तत्काल जलापूर्ति की मांग की. आवास योजना के तहत पात्र लोगों को घर नहीं मिल रहे हैं. इस मामले में पारदर्शिता और तेजी लाने की मांग की. कई बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिल रही है. प्रदर्शनकारियों ने सभी पात्र बुजुर्गों को नियमित पेंशन देने की मांग की. इलाके में सड़कों की हालत खस्ता है.प्रदर्शनकारियों ने सड़कों की तत्काल मरम्मत की मांग की. इलाके में नियमित साफ-सफाई नहीं होती है.प्रदर्शनकारियों ने नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था करने की मांग की.मनरेगा परियोजना में 100 दिन का काम, बकाया मजदूरी का भुगतान और 100 दिन का काम और 100 दिन के 200 दिन का काम तुरंत शुरू करने की मांग है.आधार लिंक नहीं होने से गरीबों का राशन बंद हो रहा है. दामोदर नदी में मशीन उतार कर बालू खनन रोकने की मांग की गयी.गरीबों को जमीन का पट्टा देने के साथ-साथ आदिवासियों की जमीन की रक्षा करने की आवाज उठायी गयी. वल्लभपुर ग्राम पंचायत प्रधान ने प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और उनकी मांगों को सुना.उन्होंने कहा कि मनरेगा के बकाया भुगतान का मामला उच्च अधिकारियों के स्तर पर है.उन्होंने यह भी कहा कि 50 दिनों के रोजगार योजना को लेकर भी उच्च अधिकारियों से बात की जाएगी.साफ-सफाई के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि नियमित सफाई की जाती है, लेकिन कचरा हटाने के लिए गाड़ी की कमी है.उन्होंने बीडीओ से गाड़ी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है. पानी की समस्या पर उन्होंने कहा कि एगरा से पीएचई का पानी आता है और वहां से आपूर्ति में दिक्कत होती है. उन्होंने बताया कि मैथन से पानी की आपूर्ति की परियोजना पर काम चल रहा है और अगस्त तक इसके पूरा होने की संभावना है. आवास योजना के बारे में उन्होंने कहा कि वे जनता से सहयोग की अपेक्षा करते हैं ताकि किसी अपात्र को दोबारा घर आवंटित न हो. वामपंथी नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर पंचायत ने जनता के हित में काम नहीं किया तो वे अपना आंदोलन तेज करेंगे.
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