पुरुलिया. गुरुवार को झालदा नगरपालिका के वार्ड पांच के रहने वाले आइबी के अधिकारी मनीष रंजन मिश्रा का पार्थिव शरीर दोपहर करीब 12:00 बजे जैसे ही मिश्रा आवास पर पहुंचा, पूरे इलाके में शोक की लहर छा गयी. मंगलवार को कश्मीर के पहलगाम में पत्नी व बच्चों के सामने आतंकियों ने मनीष की गोली मार कर हत्या कर दी थी. गुरुवार को तिरंगे में लिपटा उनका पार्थिव शरीर जैसे ही इलाके में पहुंचा, परिवार में क्रंदन मच गया. उनकी पत्नी व दो बच्चे भी पहुंचे. पहलगाम में आतंकी हमले की घटना के बाद मनीष की पत्नी गहरे सदमे में है, जिसे स्ट्रेचर के जरिये घर में लाया गया. मनीष के बेटे लगातार पापा-पापा कह कर रो रहे थे. इधर, मनीष की हत्या के प्रतिवाद में झालदा नागरिक मंच की ओर से आहूत 12 घंटे का यहां बंद पूरी तरह से सफल रहा. मनीष के पार्थिव शरीर के साथ उच्चाधिकारी झालदा पहुंचे. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो के अलावा तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सोमेन बेलथोड़िया, विधायक सुशांत महतो, शांतिराम महतो, निवेदिता महतो और कांग्रेस के जिलाध्यक्ष नेपाल महतो ने दिवंगत मनीष को श्रद्धांजलि दी. ये लोग शवयात्रा में भी शामिल हुए. इस दिन मनीष की अंतिम यात्रा झालदा शहर से होकर श्मशान घाट पहुंची. अंतिम यात्रा में झालदा शहर के हजारों लोग शामिल हुए. कड़ी सुरक्षा के बीच झालदा श्मशान घाट पर गन सेल्यूट के जरिये उनकी अंत्येष्टि कर दी गयी.
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