बीरभूम.
बोलपुर थाने के आइसी लिटन हालदार को लेकर तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अनुब्रत मंडल की तर्ज पर सोशल मीडिया पर टिप्पणी करना एक छात्र नेता को भारी पड़ गया. तृणमूल कांग्रेस से जुड़े छात्र नेता विक्रमजीत साव को इस टिप्पणी के लिए पुलिस ने नोटिस भेजा है और बुधवार को उन्हें सिउड़ी थाने में तलब किया गया है. पार्टी ने इस कार्रवाई के बाद छात्र नेता विक्रमजीत साव को छह वर्ष के लिये तृणमूल कांग्रेस से निष्कासित कर दिया है. लेकिन छात्र नेता के निष्कासन के बाद संगठन के भीतर असंतोष उभरने लगा है. सवाल यह उठ रहा है कि जब अनुब्रत मंडल ने बोलपुर थाना के आईसी लिटन हालदार के साथ फोन पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और गाली गलौज की, तब पार्टी ने उनके खिलाफ कोई सख्त कदम क्यों नहीं उठाया. अनुब्रत मंडल पर चुप्पी क्यों? छात्र संगठन और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं में यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि एक ही पार्टी में दो अलग-अलग मापदंड क्यों अपनाये जा रहे हैं. एक तरफ छात्र नेता को छह वर्षों के लिये बाहर कर दिया गया, वहीं अनुब्रत मंडल के खिलाफ न तो कोई पार्टी कार्रवाई हुई और न ही कोई बयान आया. पार्टी के अंदरखाने में यह भी चर्चा है कि अनुब्रत मंडल की अभद्र भाषा और व्यवहार उनकी मानसिकता को दर्शाता है, लेकिन पार्टी नेतृत्व इस पर चुप्पी साधे हुए है. इससे बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस छात्र संघ में भारी नाराजगी देखी जा रही है. स्थिति पर अब सभी की नजर पार्टी नेतृत्व की अगली प्रतिक्रिया पर है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है