रानीगंज.
शहर का ऐतिहासिक बरदही जलाशय आस्था का केंद्र होने के साथ स्थानीय लोगों की जल जरूरतें भी पूरी करता है. आज यह जलाशय अतिक्रमण की चपेट में है. जलाशय के संरक्षण व अस्तित्व को बचाने की मांग को लेकर आसनसोल नगर निगम की ओर से सर्वेक्षण टीम ने स्थल का निरीक्षण किया. सर्वे टीम का नेतृत्व कर रहे अमित नाग ने मौके पर पहुंचकर सेटेलाइट इमेज और मोबाइल सर्वेक्षण के जरिए स्थिति का जायजा लिया.उन्होंने बताया कि जलाशय की भूमि पर अतिक्रमण हुआ है, और विस्तृत रिपोर्ट नगर निगम को सौंपी जायेगी. सर्वेक्षण के दौरान ””जलाशय बचाओ”” अभियान के सदस्य भी मौके पर मौजूद रहे. उनमें से एक सक्रिय सदस्य प्रदीप महतो ने बताया कि, “यह जलाशय करीब 32 बीघा जमीन पर फैला है. यह सिर्फ जलस्रोत नहीं, बल्कि पूरे इलाके की आस्था का केंद्र भी है.यहां छठ पूजा जैसे महापर्व मनाए जाते हैं. महतो ने आरोप लगाया कि, “सुनियोजित तरीके से जलाशय को भरा गया है और इसकी जमीन को भूमाफियाओं ने कब्जा कर लिया है. तालाब का अस्तित्व मिटाने की साजिश के खिलाफ हम लगातार आवाज़ उठा रहे हैं और आगे भी विरोध जारी रहेगा. स्थानीय निवासी एवं जलाशय के एक हिस्से के मालिक उत्तम भगत ने बताया कि, “जलाशय की जमीन पर पहले शिशु उद्यान बनाया गया, फिर नाला निर्माण के नाम पर और भी अतिक्रमण किया गया. इतना ही नहीं, कर्मकांड के लिए बना एक पूजा घर भी तोड़ दिया गया है. उन्होंने कहा कि आसपास के दो अन्य जलाशयों को भी पाट कर उनकी जमीन माफियाओं ने बेच दी है. इस मामले में स्थानीय पार्षद दिवेन्दु भगत ने आरोप लगाया कि, “यह सब पहले से सुनियोजित था. कई साल पहले ही इस जमीन पर अवैध कागजात तैयार कर लिए गए थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होने देंगे.”नगर निगम की ओर से जब से सरकारी भूमि पर अवैध कब्जों की पहचान शुरू हुई है, तब से माफियाओं में खलबली मची हुई है. कई मामलों में खरीदारों ने अपनी एडवांस राशि वापस मांगनी शुरू कर दी है.
स्थानीय लोगों के मुताबिक, बरदही क्षेत्र में अतिक्रमित भूमि को लेकर स्थिति विस्फोटक हो सकती है, क्योंकि अब लोग एकजुट होकर इस लड़ाई में शामिल हो गए हैं.नगर निगम भी अब सक्रिय भूमिका निभा रहा है और इस ऐतिहासिक जलाशय को बचाने के लिए प्रशासन और जनता की साझा मुहिम तेज हो चुकी है.रानीगंज के बरदही इलाके के लोगों ने बार-बार आसनसोल नगर निगम के रानीगंज बोरो कार्यालय में यह शिकायत की है कि रानीगंज के बरदही इलाके में जो 32 बीघा क्षेत्र में बरदही तालाब है ,जिसे लगभग 10 बीघा गलत तरीके से भर दिया गया है ,और अब रानीगंज क्षेत्र के फ्लैट और अन्य घरों का गंदा पानी तालाब के पानी में छोड़ा जा रहा है जिससे तालाब का पानी दूषित हो रहा है. शुक्रवार को सर्वे डिपार्टमेंट की एक टीम ने इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए तालाब का विशेष निरीक्षण किया सबसे पहले उन्होंने तालाब के चारों तरफ मशीन के सहारे नपाई की और देखा कि तालाब को भरकर निर्माण कार्य किया गया है कि नहीं इसके साथ ही उन्होंने देखा कि कहां-कहां तक तालाब फैला हुआ था यह भी सर्वे रिपोर्ट के अनुसार देखा गया प्राथमिक चरण पर सर्वेयर ने कहा कि तालाब के जिन हिस्सों पर अवैध अतिक्रमण की बात सामने आई है उन्हें देखा जा रहा है उन्होंने कहा कि उन हिस्सों में अभी भी कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ है इसलिए उन्हें हिस्सों को पुनरुद्धार किया जा सकता है यह भी दावा किया जा रहा है कि तालाब के एक हिस्से को भरकर आसनसोल नगर निगम द्वारा ही बच्चों के लिए एक पार्क बनाया गया है इलाके के लोगों का कहना है कि निकासी नाले का निर्माण कर गंदे पानी को तालाब के बाहर डालने का इंतजाम करना होगा किसी भी फ्लैट या घर का गंदा पानी तालाब में आकर ना मिले यह सुनिश्चित करना होगा. उन्होंने कहा कि अगर नगर निगम द्वारा यह सारा काम नहीं किया गया तो आने वाले समय में वह बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे .अब देखना यह है कि सर्वे रिपोर्ट के आ जाने के बाद आसनसोल नगर निगम और बीएलआरओ दफ्तर क्या कदम उठाता है.सर्व अधिकारी ने कहा कि वह 3 तारीख के अंदर ही अपनी रिपोर्ट जमा कर देंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है