जामुड़िया.
ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (इसीएल) ने कुनुस्तोड़िया क्षेत्रीय सभागार में भूमि अधिग्रहण से संबंधित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के कार्यान्वयन पर महत्वपूर्ण कार्यशाला लगायी. इसका मुख्य उद्देश्य भूमि अधिग्रहण से जुड़ी शंकाओं व मसलों का समाधान करना और नयी एसओपी के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना था. कार्यशाला में इसीएल के निदेशक (तकनीकी) नीलाद्रि राय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. उनके साथ ईसीएल मुख्यालय से महाप्रबंधक (भू राजस्व व संपदा) पार्थ सखा दे और एस. के. शहाना विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए. हाल ही में, कोल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष पी. एम. प्रसाद ने ईसीएल के सीएमडी और सभी निदेशकों की उपस्थिति में भूमि अधिग्रहण से संबंधित नई एसओपी का उद्घाटन किया था. यह एसओपी भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने और संबंधित समस्याओं का समाधान करने के उद्देश्य से तैयार की गयी है. कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य इस नई एसओपी के सही ढंग से क्रियान्वयन को सुनिश्चित करना था.कार्यशाला में ईसीएल के सभी क्षेत्रों के भू राजस्व अधिकारियों ने भाग लिया और एसओपी के विभिन्न पहलुओं को समझा.निदेशक (तकनीकी) नीलाद्रि राय ने कहा कि एसओपी का सही क्रियान्वयन भूमि अधिग्रहण से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान करेगा और यह ईसीएल के लिए एक वरदान साबित होगा. महाप्रबंधक (भू राजस्व व संपदा) पार्थ सखा दे ने एसओपी को अत्यंत उपयोगी और लाभकारी बताया. एस. के. शहाना ने पावरपॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से एसओपी की विस्तृत व्याख्या की. इससे पहले क्षेत्रीय महाप्रबंधक सुभाष चंद्र मित्रा ने सभी उपस्थित लोगों का स्वागत किया और कहा कि भूमि अधिग्रहण की समस्या को दूर करने के उद्देश्य से बनी एसओपी के सफल क्रियान्वयन के लिए यह कार्यशाला अहम है. उन्होंने निदेशक की उपस्थिति को इस उद्देश्य की पूर्ति में सहायक बताया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है