आसनसोल.
नयी श्रम संहिता के विरोध में केंद्रीय वामपंथी ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर बुधवार को देशव्यापी हड़ताल रही. हालांकि यह मुख्य रूप से औद्योगिक क्षेत्रों पर केंद्रित थी, लेकिन बंद समर्थकों ने इसे आम हड़ताल में बदलने की पूरी कोशिश की. कई जगहों पर दुकानें, स्कूल, कॉलेज और अदालतें बंद रहे. हालांकि, राज्य सरकार ने सुचारू बंगाल के हित में पहले ही दिशानिर्देश जारी कर दिये थे. ताकि सरकारी कर्मचारी समय पर कार्यालय में उपस्थित रहें. उस निर्देश के बाद पश्चिम बर्दवान मुख्यालय आसनसोल में बुधवार को स्थिति काफी हद तक सामान्य रही. हालांकि सुबह से हो रही भारी बारिश के कारण सड़क पर निकलने में दिक्कत हो रही थी, लेकिन आसनसोल में ज़्यादातर दुकानें खुली दिखीं. सड़कों पर नियमित यातायात जारी रहा. विद्यालयों में अन्य दिनों की तरह सामान्य रूप से कक्षाये चलती देखीं गयी. आसनसोल नगर निगम में भी सामान्य गतिविधियां देखी गयी. आसनसोल में हड़ताल के समर्थन में बामपंथी संगठन सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे थे. वही दूसरी ओर आईएनटीटीयूसी ट्रांसपोर्ट वर्कस यूनियन की अेार से जुलूस निकालकर बंद को विफल करने का आह्वान किया. माकपा नेता पार्थ मुखर्जी के नेतृत्व में आसनसोल के जीटी रोड पर बंद के समर्थन में रैली निकाली गयी. जो कि सिटी बस स्टैंड तक गयी. आईएनटीटीयूसी श्रमिक नेता राजू अहलूवालिया के नेतृत्व में सिटी बस स्टैंड से हड़ताल के विरोध में रैली निकाली गयी. जहां बामपंथी और तृणमूल के समर्थकों के बीच आमना सामना हुआ और दोनों आपस में भीड गये. इससे पहले की विवाद बढता पुलिस ने दोनों ओर के प्रदर्शनकारियों को अपने अपने रास्ते निकल जाने निर्देश दिया. आसनसोल दक्षिण थाना की अेार से भारी संख्या में पुलिस बल के जवानों के साथ रैप को भी उतारा गया था. वही दूसरी ओर बर्नपुर में भी बाममोर्चा समर्थको ने बस स्टैंड विरोध प्रदर्शन किया. जबकि आईएनटीटीयूसी ट्रांसपोर्ट वर्कस यूनियन के नेता समीर खान और पार्थ चटर्जी के नेृतृत्व में बंद के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया. हीरापुर थाना की ओर से पुलिस बल की तैनाती की गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है