आरएफआइडी आधारित ‘डिस्टेंस-बेस्ड टोल टैक्स सिस्टम’ से लायेंगे पारदर्शिता और न्याय
बोलपुर. राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित स्कूल इनोवेशन मैराथन 2025 में केंद्रीय विद्यालय बोलपुर के कक्षा 10 के दो विद्यार्थियों, मयूख साहा और सृजनी दासगुप्ता के अभिनव प्रोजेक्ट का चयन हुआ है. प्रभारी प्राचार्य महेश चंद मीना ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रतियोगिता का आयोजन शिक्षा मंत्रालय, अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम), नीति आयोग और यूनिसेफ द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों में नवाचार, रचनात्मकता और उद्यमिता की भावना को बढ़ावा देना है.मयूख और सृजनी ने एक हाईवे टोल टैक्स कलेक्शन सिस्टम पर स्मार्ट समाधान विकसित किया है, जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआइडी) तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. यह प्रणाली हर हाईवे जंक्शन और एग्जिट पॉइंट पर लगे आरएफआइडी रीडर की मदद से वाहन की यात्रा की दूरी मापती है और उसी के अनुसार टोल टैक्स वसूल करती है, यानी जितनी दूरी, उतना शुल्क. इससे वर्तमान प्रणाली की तुलना में यह ज्यादा न्यायसंगत, पारदर्शी और तकनीकी रूप से उन्नत बन जाती है.
देशभर के हजारों प्रोजेक्ट्स में मिला विशेष स्थान
इस प्रोजेक्ट को पहले स्कूल इनोवेशन मैराथन 2025 में पंजीकृत किया गया था. प्रारंभिक स्तर पर ही यह शॉर्टलिस्ट हो गया और दोनों विद्यार्थियों को शिक्षा मंत्रालय के अधीन एआइसीटीइ- इनोवेशन सेल के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये प्रेजेंटेशन का अवसर मिला. देशभर से हजारों प्रोजेक्ट्स के मूल्यांकन के बाद शीर्ष 1000 नवाचारों को शॉर्टलिस्ट किया गया, जिनमें यह प्रोजेक्ट 272वें स्थान पर रहा. उल्लेखनीय है कि इस चयन में पश्चिम बंगाल राज्य से कुल 13 प्रोजेक्ट्स को जगह मिली है. प्रभारी प्राचार्य महेश चंद मीना ने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा, “हमें गर्व है कि हमारे विद्यार्थी अपने नवाचारों से भविष्य में समाज और देश की सेवा करेंगे.”
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