दुर्गापुर.
कोकओवन थाना क्षेत्र के लेबर हाट के पास दुर्गापुर रेल लाइन से दो दिन पहले रहस्यमय ढंग से गायब हुए देवा रूईदास (13) नामक किशोर का शव पूर्व रेलवे के सियालदह मंडल के बालीगंज स्टेशन में खड़े रेल वैगन में पाया गया. शव बिजली के करारे करंट से बुरी तरह झुलसा हुआ था. यह जानकारी रेलकर्मियों की ओर से दुर्गापुर रेल प्रशासन को दी गयी. शव की पहचान होते ही देवा के परिजन मंगलवार रात बालीगंज स्टेशन के लिए रवाना हो गये. बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव को दुर्गापुर लाया गया, जहां उसकी अंत्येष्टि कर दी गयी. किशोर की मौत की खबर से इलाके में शोक छा गया है. देवा की मौत रेल वागन के कोयला चोरी करने के दौरान हाई टेंशन बिजली के चपेट में आने से होने की आशंका की खबर से इलाके में दो गुटों के बीच विवाद शुरू हो गया है. एक गुट कोयला चोरी की घटना को दबाने में लगा है. जबकि दूसरा गुट इलाके में रेलवे वैगन से हो रही कोयला चोरी बंद करने के पक्ष में है. बुधवार इस विवाद को लेकर दो गुटों में संघर्ष होने से इलाके में तनाव व्याप्त हो गया. सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची एवं स्थिति को नियंत्रण किया.क्या है मामला
स्थानीय लोगों के मुताबिक रविवार शाम करीब 7:00 बजे देवा को किसी के फोन किया था. उसके बाद वह अपने घर से निकाला था., लेकिन काफी देर घर न लौटने पर परिजनों को संदेह होने पर उसे फोन से पर संपर्क किया गया.लेकिन देबा का फोन स्विच ऑफ पाया गया. परिजनों ने तलाश करते हुए रेल लाइन के पास पहुंचे, जहां देबा का एक जोड़ी चप्पल रेल लाइन किनारे पाया गया. उसके बाद परिजनों एवं लोगों के मन में आशंका व्याप्त हो गई. लापता युवक के चाचा निमाई रूई दास ने कहा कि देवा मंद बुद्धि का लड़का है . बीच-बीच में अपने एक दोस्त के साथ रेल वागन से निकाले गए कोयले को कुछ रुपए के लालच में वैन से ठेलने के लिए जाया करता था. रविवार की शाम उसे किसी का फोन आया उसके बाद वह घर से निकल गया. उसके बाद उसका कोई पता नहीं चल पाया.मात्र 20 रुपये के लोभ में बच्चों से उतरवाया जाता है कोयला
सूत्रों का कहना है कि दुर्गापुर रेल लाइन के किनारे दुर्गापुर प्रोजेक्ट लिमिटेड (डीपीएल )का विद्युत प्लांट है. जहां रेल लाइन से वागन के जरिए कोयला पहुंचाया जाता है. वहीं दूसरी तरफ दर्जनों ट्रेन के रैक में कोयला लोड कर मेन रेल लाइन के जरिए हावड़ा, सियालदाह, आसनसोल, झारखंड की ओर से भेजा जाता है. आरोप है कि स्थानीय कुछ कोयला चोर स्थानीय कम उम्र के बच्चों को मात्र 20 रुपए का लालच देकर चुपके से चलती ट्रेन के वागन में चढ़ा कर कोयले की चोरी करवाते है एवं उन कोयले को बाहर फेंक दिया करते हैं . चोरी की गई उक्त कोयले को छोटे वाहनों जैसे वेन, साइकिल पर लोड कर उसे शहर के होटल में बिक्री करते है. आशंका है कि देवा भी बीस रुपए की लालच में रविवार रेल वेगन से कोयला चोरी करने चढ़ा होगा, तभी हाई टेंशन बिजली की चपेट में आने से उसकी मौत हुई होगी . हालांकि पुलिस योर रियल सूत्रों द्वारा मौत के कारणों को लेकर अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है पुलिस का कहना है कि मौत के कारणों की जानकारी के लिए जांच शुरू की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है