बांकुड़ा.
जिले के सिमलापाल प्रखंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार की रात दो माह के एक बच्चे की कथित रूप से मेडिकल लापरवाही के कारण मौत हो जाने पर भारी हंगामा हुआ. मृतक बच्चे के परिजनों और स्थानीय लोगों ने पहले अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और फिर बांकुड़ा-झारग्राम स्टेट हाईवे को जाम कर दिया. आरोप है कि बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी, लेकिन अस्पताल में मौजूद डॉक्टर परिसर के क्वार्टर में चले गये और नर्सों द्वारा कई बार फोन करने के बावजूद अस्पताल नहीं लौटे. बच्चे को भर्ती कराने के बाद भी कोई इलाज शुरू नहीं किया गया, जिससे शाम को उसकी मौत हो गयी.स्थानीय लोगों का उग्र विरोध, अधिकारी भी घेरे गये
बच्चे की मौत से गुस्साये परिजनों और ग्रामीणों ने रात करीब 10 बजे सिमलापाल प्रखंड स्थित अस्पताल परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इसके बाद उन्होंने बांकुड़ा-झारग्राम राज्य राजमार्ग को भी जाम कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने दोषी डॉक्टर को सख्त सजा देने, अस्पताल की व्यवस्था में सुधार लाने और घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की.सूचना मिलने पर बीडीओ मानस चक्रवर्ती और थाना पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर सड़क खाली कराने की कोशिश की. लेकिन लोगों ने उन्हें भी घेरकर विरोध जताया. अंततः जांच के आश्वासन के बाद रात को जाम हटाया गया.
सिमलापाल प्रखंड के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रामाशीष टुडू ने इस पूरे घटनाक्रम पर कोई टिप्पणी नहीं की है. मामले को लेकर इलाके में नाराजगी और चिंता व्याप्त है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है