आसनसोल.
ऑपरेशन हटन रोड फिर एकबार फेल हो गया. सुबह 10:00 बजे तीन जेसीबी के साथ नगर निगम के अधिकारी थे तैयार, अचानक उन्हें संदेश आया कि अभियान फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. बुधवार को मेयर ने अतिक्रमण हटाने को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली थी. सूत्रों की मानें, तो उन्हें भी संदेश मिला कि इस अभियान को फिलहाल स्थगित रखा जाए. जिसके बाद यह अभियान रुक गया. इसे लेकर चर्चा का बाजार काफी गरम है. हर बार हटन रोड में ही आकर नगर निगम का अभियान क्यों थम जाता है, इस पर सभी अपनी-अपनी राय देते नजर आ रहे हैं. हर तरफ दिन भर यही चर्चा होती रही. गौरतलब है कि आसनसोल शहर को सुंदर व जाममुक्त बनाने के मेयर विधान उपाध्याय के प्रयास को फिर एक बार झटका लगा. हटन रोड पर अतिक्रमण हटाने को लेकर मेयर खुद निकले और सभी को कहा कि जो भी सरकारी जमीन पर कब्जा करके बैठे हैं, वे खुद वहां से हट जाएं. 22 तारीख को सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया जायेगा. बुधवार को नगर निगम की ओर से एक वीडियो जारी किया गया. जिसमें कहा गया कि सुबह तक सभी लोग अपनी अवैध निर्माण को हटा लें, अन्यथा 22 मई (गुरुवार) को दोपहर 12 बजे सभी निर्माण को हटा दिया जाएगा. लोगों को लगा कि इसबार नगर निगम सही में एक्शन लेने के मूड में है. कुछ लोगों ने अपनी दुकानें हटा ली, कुछ यह देख रहे थे कि सुबह जैसी परिस्थिति रहेगी, उस हिसाब से काम करेंगे. आखिरकार जो अपना अवैध निर्माण नहीं हटाये, वे अपनी सीना चौड़ा करके लोगों को अपनी ताकत का अहसास करवा रहे थे. जो अवैध निर्माण को हटा लिए थे, उन्हें लगा कि नगर निगम ने धोखा दे दिया.हटन रोड पर नाला बनाने को जारी हो गया है वर्क ऑर्डर, पर थम गया काम
हटन रोड इलाके में निकासी व्यवस्था सही नहीं होने के कारण थोड़ी सी बारिश में ही यहां बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है. नगर निगम सूत्रों के अनुसार इस समस्या के समाधान को लेकर यहां एक नाला बनाने के कार्य का टेंडर हुआ और वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया गया. इन अवैध निर्माणों को नहीं हटने से नाला बनाने का कार्य स्थगित हो गया. बारिश शुरू हो जाने पर कार्य नहीं हो पायेगा. इस अभियान के रूक जाने से पुनः इसबार भी लोगों को बारिश में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है. इसके साथ ही जाम की समस्या से भी मुक्ति नहीं मिली.
निगम दफ्तर में नहीं आया कोई जनप्रतिनिधि, छायी रही खामोशी
आसनसोल नगर निगम कार्यालय में गुरुवार को कोई भी जनप्रतिनिधि उपस्थित नहीं हुए. कार्यालय में दिनभर खामोशी छाई रही. पिछले दो दिनों से जनप्रतिनिधि और अधिकारी हटन रोड इलाके का नियमित दौरा किये. अनेकों बैठकें हुई. गुरुवार को जब कार्रवाई का समय आया तो सारा कुछ रूक गया. इस घटना को लेकर नगर निगम के सभी लोग हताश हैं. इसे रोकने का आदेश कहां से आया? इसे जानने को लेकर सभी बेताब रहे.
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