पुरुलिया.
तृणमूल कांग्रेस के नवनियुक्त पुरुलिया जिला अध्यक्ष राजीव लोचन शरण बुधवार को पहली बार रघुनाथपुर प्रखंड एक की सांगठनिक बैठक में शामिल हुए. लेकिन यह बैठक तब चर्चा में आ गयी जब जिले और प्रखंड स्तर के कई प्रमुख नेता और जनप्रतिनिधि इसमें अनुपस्थित रहे.महत्वपूर्ण चेहरों की गैरमौजूदगी
राजीव लोचन के साथ बैठक में जिला सचिव हजारी बाउरी, जिला परिषद के कर्माध्यक्ष अजीत बाउरी, माइनॉरिटी सेल अध्यक्ष सद्दाम हुसैन अंसारी और प्रखंड उपाध्यक्ष प्रकाश सिंहदेव मौजूद थे. लेकिन इस महत्वपूर्ण बैठक से जिला परिषद सदस्य सरस्वती बाउरी, प्रखंड आइएनटीटीयूसी अध्यक्ष व आढड़ा पंचायत के प्रधान तूफान राय, पंचायत समिति के सभापति सुकुर मनी हेमब्रम सहित कई पंचायत प्रमुख, उपप्रमुख और पदाधिकारी अनुपस्थित रहे. इन नेताओं ने विशेष कार्य का हवाला देते हुए अपनी अनुपस्थिति की जानकारी दी, लेकिन रघुनाथपुर प्रखंड एक में लंबे समय से चली आ रही गुटबाजी को देखते हुए यह गैरहाजिरी संगठन में दरार का संकेत दे रही है. हजारी बाउरी और तूफान राय के बीच मतभेद पहले भी सार्वजनिक रूप से सामने आ चुके हैं.
राजीव शरण का संदेश – ‘अब मैं नहीं, हम की राजनीति’
इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए जिला अध्यक्ष राजीव लोचन शरण ने कहा, “मैं पहली बार सांगठनिक कार्य से रघुनाथपुर आया हूं, शायद कुछ लोगों को इसकी जानकारी नहीं थी. लेकिन किन कारणों से इतने नेता और कार्यकर्ता गैरहाजिर रहे, इसकी जानकारी लूंगा.”उन्होंने कहा कि पार्टी के निर्देशानुसार वे सभी प्रखंडों में बैठक कर रहे हैं और अब संगठन को ‘शून्य’ से जोड़ने का काम करेंगे. उन्होंने कार्यकर्ताओं को पुराने मतभेद भूलकर एक साथ काम करने का आह्वान किया और कहा, “अब पार्टी में ””मैं”” नहीं, ””हम”” का प्रयोग करना होगा.” राजीव ने यह भी संकेत दिया कि आने वाले समय में रघुनाथपुर प्रखंड एक में पुनः सांगठनिक बैठक होगी, जहां कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी. इस बैठक ने तृणमूल की अंदरूनी गुटबाजी और भविष्य के संगठनात्मक दिशा को लेकर एक नयी बहस को जन्म दिया है.
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