रानीगंज. मंगलपुर औद्योगिक क्षेत्र में नवनिर्मित निजी अस्पताल में रोगी के परिजनों ने जम कर हंगामा किया. आरोप है कि एक मरीज के परिजनों ने अस्पताल के सुपरवाइजर व महिला अटेंडेंट्स से मारपीट की. मंगलवार रात की इस घटना के बाद अगले दिन बुधवार को सुबह अस्पताल के सभी सुरक्षाकर्मी और हाउसकीपिंग स्टाफ ने अपनी सुरक्षा की मांग पर काम बंद कर अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
अस्पताल के अन्य एक सुपरवाइज़र चिरंजीत चक्रवर्ती ने बताया कि अंडाल की एक महिला मरीज उमा देवी को मंगलवार गंभीर हालत में शुभदर्शिनी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. देर रात करीब 11 बजे मरीज की मौत हो गई. अस्पताल के नियमों के अनुसार रात में किसी भी मरीज से मिलने की अनुमति नहीं होती है, लेकिन मरीज की मौत के बाद उसके 12 से 14 परिजन जबरन आईसीयू में घुसने की कोशिश करने लगे.जब अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात सुपरवाइजर सुरक्षाकर्मी प्रकाश रूईदास ने उन्हें एक- एक व्यक्ति को जाने के लिए कहा , तो परिजन उग्र हो गए और उनके साथ जमकर मारपीट की. प्रकाश रूईदास को जमीन पर पटक कर बुरी तरह पीटा गया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें उसी शुभदर्शिनी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. उन्हें बचाने दौड़ीं महिला अटेंडेंट्स रीना बाउल और सोनाली सूत्रधर को भी मारा गया और उनके साथ अश्लील भाषा में गाली-गलौज किया गया. प्रकाश रुईदास ने भी बताया कि आईसीयू में 6 से 7 लोग घुस गए थे और जब उन्होंने रोकने की कोशिश की तो उनपर हमला कर दिया गया.
घटना की सूचना मिलते ही रानीगंज थाना अंतर्गत पंजाबी मोड़ पुलिस चौकी की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और हालात को संभाला.हमले के बाद सभी हमलावर अस्पताल छोड़कर फरार हो गए.बुधवार को पंजाबी मोड़ फांड़ी में घटना को लेकर लिखित शिकायत दर्ज की गई. पुलिस ने हमलावरों की पहचान और उन्हें पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी है.
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों को अस्पताल प्रबंधन और मैनेजिंग डायरेक्टर शांति स्वरूप पारी ने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी.घायल कर्मचारियों के इलाज की व्यवस्था की जाएगी.भविष्य में कर्मचारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी.अस्पताल की तरफ से थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो. इस आश्वासन के बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ और अस्पताल में कामकाज धीरे-धीरे सामान्य हो सका.अस्पताल प्रशासन पर आरोप और कर्मचारियों का प्रतिवाद
सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों का आरोप है कि इतने गंभीर हमले के बावजूद अस्पताल प्रशासन ने हमलावरों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया. इससे आहत होकर सभी सुरक्षाकर्मी और हाउसकीपिंग स्टाफ ने बुधवार प्रातः से अस्पताल के सामने प्रदर्शन कर अपने- अपने कार्य बंद करके आंदोलन शुरू कर दिया. उनकी मुख्य मांगों में हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई, घायल कर्मचारियों के इलाज का खर्च, कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और दो माह का बकाया वेतन देना शामिल था.
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