बांंकुड़ा में तृणमूल नेता के बिगड़े बोल से मचा हंगामा बांकुड़ा. राज्य में भाजपा नेताओं व जन-प्रतिनिधियों को सार्वजनिक मंच से नजरबंद करने की कथित तौर पर धमकी दी गयी है. आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के जयपुर प्रखंड अध्यक्ष कौशिक बटब्याल ने भाषा को लेकर आंदोलन के मंच से यह धमकी दी, जिसे लेकर विवाद हो गया है. ध्यान रहे कि तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने दूसरे राज्यों में बंगाली प्रवासी श्रमिकों पर हो रहे कथित अत्याचार के मुद्दे पर रविवार से पूरे राज्य में भाषा आंदोलन का आह्वान किया है. इसी आंदोलन के तहत तृणमूल ने रविवार को जयपुर, बांकुड़ा में भाषा विरोधी आंदोलन को लेकर सभा की. सभा के मंच से कौशिक बटब्याल ने कहा, “अगर हमें दूसरे राज्यों में प्रवासी कामगारों पर किसी भी तरह के अत्याचार की खबर मिलती है, तो हम पार्टी मुखिया ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के निर्देश पर बंगाल में भाजपा नेताओं के घरों के सामने बैरिकेड लगा कर उन्हें नजरबंद कर देंगे. ” उन्होंने खुद भाजपा सांसदों, विधायकों व नेताओं को उसी लहजे में चुनौती दी और उन्हें नजरबंद करने की चेतावनी दी. इससे विवाद का तूफान खड़ा हो गया. हालांकि, बाद में, अपने बयान के समर्थन में, उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि प्रवासी श्रमिकों पर अन्य राज्यों में अत्याचार होता है, तो क्षेत्र के लोग लोकतांत्रिक तरीके से भाजपा नेताओं को नजरबंद कर देंगे. तृणमूल लोगों के साथ है और उनके साथ रहेगी. इस बीच, भाजपा ने तृणमूल के इस बयान पर पलटवार किया है. भाजपा के बिष्णुपुर सांगठनिक जिला प्रवक्ता देबप्रिय विश्वास ने कहा कि तृणमूल नेता बाजार को गर्म करने के लिए ये बातें कह रहे हैं. यदि आपके पास शक्ति है, तो उन्हें नजरबंद कर दें. यदि आपको जिले में काम मिलता है, तो आपको दूसरे राज्य में जाने की जरूरत नहीं है. राज्य में सभी कारखाने बंद हो रहे हैं. श्रमिकों को जिला छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है. सबसे पहले, उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि श्रमिकों को काम मिले.
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