जीतेश बोरकर, खड़गपुर
झाड़ग्राम के जंगलमहल जूलॉजिकल पार्क में पहली बार कृत्रिम तरीके से मोर के 10 बच्चों का जन्म हुआ है. यह उपलब्धि चिड़ियाघर के अधिकारियों द्वारा बनाये गये एक विशेष इनक्यूबेटर की मदद से हासिल की गयी है. करीबन 28 दिन पहले चिड़ियाघर के अधिकारियों ने एक बड़े थर्मोकोल बॉक्स में बिजली का बल्ब लगाकर एक अस्थायी इनक्यूबेटर तैयार किया था. इसमें 37.5 डिग्री सेल्सियस से 38.5 डिग्री सेल्सियस के नियंत्रित तापमान पर मोर के 25 अंडे रखे गये थे. 28 दिनों के बाद इन 25 अंडों में से 10 से मोर के स्वस्थ बच्चों ने जन्म लिया. वन विभाग ने उम्मीद जतायी है कि बाकी 15 अंडों से भी जल्द ही बच्चे निकलेंगे. नवजात मोर को टिड्डे खिलाये जा रहे हैं, जिसके लिए चिड़ियाघर में एक कर्मचारी को विशेष रूप से टिड्डे पकड़ने का काम सौंपा गया है. क्या है इनक्यूबेटर : इनक्यूबेटर एक ऐसा उपकरण है जो एक नियंत्रित वातावरण प्रदान करता है. यह आमतौर पर स्थिर तापमान, आर्द्रता और कभी-कभी कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) के स्तर को बनाये रखता है. इसका उपयोग जैविक नमूनों, संस्कृतियों या भ्रूणों के विकास और वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है. यह कोशिकाओं, ऊतकों या अंडों को सेने के लिए अनुकूल स्थितियां बनाता है.डीएफओ का बयान: झाड़ग्राम के डीएफओ (मंडलीय वन अधिकारी) उमर इमाम ने इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा : जंगल से घिरे इस पार्क में पशु, पक्षी और अन्य जीवों का प्राकृतिक प्रजनन होता रहा है. यह पहली बार है जब हमने इनक्यूबेटर की मदद से मोर के अंडों से चूजे सफलतापूर्वक निकाले हैं. आने वाले दिनों में चिड़ियाघर में पक्षियों की संख्या में और वृद्धि देखने को मिलेगी.
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