कोलकाता
. पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से फैल रहा है. गुरुवार को जारी केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार, विगत 24 घंटे में राज्य में 106 नये लोग कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. इससे पश्चिम बंगाल दैनिक मामलों में देश में तीसरे स्थान पर आ गया है. प्रदेश में अब तक कुल 538 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जबकि देशभर में यह आंकड़ा 4866 तक पहुंच गया है. संक्रमितों की संख्या के लिहाज से केरल (1487 मामले) देश में सबसे ऊपर है, उसके बाद दिल्ली (562 मामले) दूसरे स्थान पर है. बुधवार को इस सूची में केरल, दिल्ली और महाराष्ट्र शामिल थे. केंद्रीय एडवाइजरी जारी, राज्य सरकारें अलर्ट : देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक एडवाइजरी जारी की है. यह एडवाइजरी पश्चिम बंगाल सरकार सहित देश के अन्य सभी राज्यों को भेजी गयी है. इसमें लोगों को भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूरी बनाये रखने और मास्क का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करने की सलाह दी गयी है. इसके साथ ही राज्यों को निर्देश दिया गया है कि वे कोविड संक्रमित लोगों के नमूनों की विभिन्न राज्यों में स्थित आइसीएमआर की लैब में जीनोम सीक्वेंसिंग जांच करवाएं, ताकि वायरस के नये स्वरूपों का पता लगाया जा सके.सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों को किया गया सतर्क : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश के बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों को अलर्ट कर दिया है. उन्हें कोरोना से निपटने के लिए अस्पतालों के आधारभूत ढांचे, दवाओं के स्टॉक और इलाज से संबंधित जरूरी व्यवस्थाओं पर रिपोर्ट मांगी गयी है. यह भी निर्देश दिया गया है कि संक्रमितों की जीनोम सीक्वेंसिंग जांच करवाई जाए, जिसके लिए मेडिकल कॉलेजों को कलकत्ता स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में सैंपल भेजने को कहा गया है.
एमआर बांगुर अस्पताल में खुला आइसोलेशन वार्ड : दक्षिण 24 परगना जिले के एमआर बांगुर अस्पताल में कोरोना मरीजों की चिकित्सा के लिए कोविड आइसोलेशन केबिन खोले गये हैं. यहां पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग केबिन की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा, अस्पताल के क्रिटिकल केयर यूनिट (सीसीयू) के आइटीयू-1 को विशेष रूप से कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखा जायेगा, जबकि आइटीयू-2 में अन्य मरीजों का इलाज किया जायेगा.कोरोना की मौजूदा लहर सामान्य सर्दी जैसी, पर सतर्कता जरूरी
दमदम स्थित आइएलएस अस्पताल के डॉ पिनाकी दे ने बताया कि कोविड-19 की यह नयी लहर सामान्य सर्दी या हल्के वायरल बुखार के लक्षणों से काफी मिलती-जुलती है. वर्तमान में संक्रमित मरीजों में मुख्य रूप से बुखार, हल्की खांसी, सर्दी जैसे लक्षण, प्यास में वृद्धि और सामान्य कमजोरी देखी जा रही है. राहत की बात यह है कि अब तक पुष्टि किये गये मामलों में किसी भी गंभीर जटिलता का अनुभव नहीं हुआ है. अभी तक किसी भी संक्रमित मरीज को आइसीयू में भर्ती होने या ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं पड़ी है. हालांकि, इन हल्के लक्षणों के बावजूद डॉ पिनाकी ने सतर्क रहने की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने लोगों से मास्क पहनने, बार-बार हाथ धोने और स्वच्छता बनाये रखने का आग्रह किया. साथ ही उन्होंने सभी चिकित्सकों को भी इस बदलते परिदृश्य में सतर्क रहने की सलाह दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है