जोन में चल रहा गहन टिकट जांच अभियान
संवाददाता, कोलकाता.
अत्याधुनिक होती भारतीय रेलवे अब अपने यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान कर रही है. इस बीच टिकट चेकिंग अभियान भी तेज कर दिया गया है. ट्रेनों में अब भी हर रोज सैकड़ों बेटिकट यात्री पकड़े जा रहे हैं. हावड़ा में चले गहन टिकट जांच अभियान के दौरान अकेले अप्रैल महीने में 66130 लोगों को बगैर टिकट यात्रा करते पकड़ा गया. यानी अप्रैल में औसतन प्रतिदिन 2200 यात्रियों को बगैर टिकट के यात्रा करते पकड़ा गया. बैगर टिकट यात्रा करते पकड़े गये लोगों को जुर्माना भी किया गया.
यह आंकड़ा पिछले वर्ष अप्रैल में पकड़े गये 59,550 बेटिकट यात्रियों की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है. यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि गहन टिकट जांच में और अधिक संख्या में बेटिकट यात्रियों को पकड़ा जा सकता है. बेटिकट यात्रियों के अलावा ऐसे लोगों को भी जुर्माना किया गया, जो बगैर बुक किये माल लेकर यात्रा करते पकड़े गये. इस वर्ष अप्रैल में बिना बुक किये सामान के साथ यात्रा करने वाले 21,310 लोगों पर जुर्माना लगाया गया. यह आंकड़ा पिछले वर्ष अप्रैल में 17,450 था. चालू वर्ष में बगैर माल को बुक किये यात्रा करने वालों की संख्या में भी 22 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी है.
पूर्व रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी दिप्तीमय दत्ता बताते हैं कि बिना, वैध यात्रा टिकट के ट्रेनों में यात्रा करने की प्रवृत्ति एक सामाजिक बुराई है. बिना टिकट यात्रा करना एक मजबूरी के बजाय एक आदत या मानसिक प्रवृत्ति बन गयी है. जबकि रेलवे द्वारा स्टेशनों पर एटीवीएम, मोबाइल पर यूटीएस जैसे विभिन्न वैकल्पिक साधनों से ट्रेन टिकट उपलब्ध करा रहा है. मेरा आग्रह है कि यात्री बगैर टिकट के यात्रा ना करें.
उल्लेखनीय है कि पूर्व रेलवे ने हाल ही में टिकट जांच अभियान को तेज कर दिया है, ताकि नियम तोड़ने वालों को दंडित किया जा सके. रेलवे का कहना है कि बेटिकट यात्री वास्तविक यात्रियों के जगह का अतिक्रमण करते हैं और उनके लिए असुविधा का करण बनते हैं, ऐसे में बेटिकट यात्रियों का विरोध करें.
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