संवाददाता, कोलकाता पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) द्वारा शुरू किये गये भर्ती अभियान के तहत पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों में शिक्षक के पदों के लिए आवेदनों की संख्या 2016 की तुलना में 2025 में लगभग दोगुनी हो गयी है. भर्ती प्राधिकारियों द्वारा दिये गये आंकड़ों से यह जानकारी सामने है. आवेदनों की बढ़ी हुई संख्या इस तथ्य के बावजूद दर्ज की गई कि राज्य के स्कूली शिक्षा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण उच्चतम न्यायालय ने डब्ल्यूबीएसएससी की 2016 की सभी नियुक्तियों को रद्द कर दिया और नयी भर्ती का आदेश दिया. डब्ल्यूबीएसएससी के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि सरकार द्वारा संचालित और सरकारी-सहायता प्राप्त स्कूलों में माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तर पर 35,726 सहायक शिक्षक पदों के लिए लगभग 5.9 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था. 2016 में यह संख्या लगभग 3.16 लाख थी. डब्ल्यूबीएसएससी के अध्यक्ष सिद्धार्थ मजूमदार ने पुष्टि की, “लगभग 5.8-5.9 लाख उम्मीदवारों ने सरकार द्वारा संचालित और सरकारी-सहायता प्राप्त माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में सहायक शिक्षकों के पदों के लिए आवेदन किया है. आयोग के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए एक अधिकारी ने कहा, “वर्ष 2016 में कक्षा नौवीं-दसवीं के लिए कुल 1.41 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जबकि उसी वर्ष 11वीं और 12वीं कक्षा के लिए 1.75 लाख उम्मीदवारों ने शिक्षक पदों के लिए पंजीकरण कराया था.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है