कोलकाता.
पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है. लेकिन, राज्य की जेलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों का क्या होगा? क्या उन्हें वापस पाकिस्तान भेजा जायेगा? जेल विभाग में इसे लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है. पता चला है कि राज्य की जेलों में 6-7 पाकिस्तानी कैदी हैं, जेल विभाग उनके प्रति अतिरिक्त सतर्क है. क्या सरकारी जेलों में कैद पाकिस्तानी नागरिकों को वापस उनके देश भेजा जायेगा? इस मामले में जेल अधिकारियों की दो राय सामने आयी हैं.जेल विभाग के एक वर्ग ने कहा कि चूंकि कैदी जेल में हैं, इसलिए उनके मामले पर फैसला अदालत करेगी. दूसरा हिस्सा कह रहा है कि अदालत ने सजा का ऐलान कर दिया है, परिणामस्वरूप, सरकार को उन कैदियों के संबंध में निर्णय लेना होगा. हालांकि, पाकिस्तानी कैदियों के संबंध में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. प्रेसीडेंसी सुधार गृह में तीन पाकिस्तानी कैदी हैं. खादिम के अधिकारी पार्थ रॉय बर्मन के अपहरण के मामले में तीन पाकिस्तानी प्रेसीडेंसी जेल में सजा काट रहे हैं. इनमें दिलशाद उर्फ मोहम्मद इशाद, नईम उर्फ तारिक महमूद और अरशद उर्फ असलम शामिल हैं.गौरतलब है कि गत 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने पहलगांव में हिंदू पर्यटकों पर चुन-चुनकर हमला किया था. इसमें 26 लोग मारे गये थे, जिनमें तीन बंगाल के थे. इसके बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश में वापस लौटने का आदेश दिया है, हालांकि, भारतीय जेलों में कैद पाकिस्तानी नागरिकों के संबंध में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है.
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