कोलकाता.
भवानीपुर थाना पुलिस ने नेताजी भवन मेट्रो स्टेशन के पास से अपहृत हुए एक व्यवसायी को शिकायत दर्ज होने के महज तीन से चार घंटों के भीतर सुरक्षित बचा लिया. इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सजल बोस (43), सुदीप मजूमदार (39), सुमन बोस (51), समीर कुमार देब (51) और संदीपन उर्फ चिमा दास (39) के रूप में हुई है. सजल राजा एससी मल्लिक रोड का निवासी है, जबकि समीर गोल्फग्रीन इलाके का रहने वाला है. अन्य आरोपी जादवपुर इलाके के निवासी हैं.पुलिस ने बताया कि दक्षिण 24 परगना के कुलपी इलाके की तापसी मजूमदार ने गत शुक्रवार को भवानीपुर थाने में अपने पति तिमिर कांति मजूमदार के अपहरण की शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अज्ञात लोगों ने 28 मई को नेताजी भवन मेट्रो स्टेशन के पास से उनके पति का अपहरण कर लिया और पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी.
शिकायत दर्ज होते ही कोलकाता पुलिस के साउथ डिविजन के मॉनिटरिंग सेल के सार्जेंट शुभंकर चक्रवर्ती के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की एक टीम का गठन किया गया, जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल थीं. पुलिस ने तकनीकी पहलुओं से जांच शुरू की. अपहृत व्यक्ति की पत्नी ने एक अज्ञात यूपीआइ नंबर पर करीब 10 हजार रुपये भेजे थे. साइबर क्राइम थाने की पुलिस से भी सहयोग लिया गया, जिससे पता चला कि जिस यूपीआइ नंबर पर रुपये भेजे गये थे, वह मोबाइल फोन जादवपुर इलाके में सक्रिय था. लोकेशन ट्रेस करने के बाद पुलिस ने सुकांत सेतु इलाके से एक व्यक्ति को पकड़ा.उससे मिली जानकारी के आधार पर, पुलिस ने राजा एससी मल्लिक रोड इलाके में एक बहुमंजिली इमारत की 12वीं मंजिल पर अभियान चलाकर अपहृत व्यक्ति को सकुशल अपहर्ताओं के चंगुल से बचा लिया. मौके से ही पांचों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
अपहरण के पीछे का मकसद पता लगा रही पुलिस : पुलिस अपहरण के पीछे के असली मकसद का पता लगा रही है कि क्या यह केवल पैसे के लिए किया गया था या इसके पीछे कोई अन्य कारण भी था. मामले की जांच अभी जारी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है