जीतेश बोरकर, खड़गपुर
कहते हैं कि अगर जिद, एकाग्रता, इच्छाशक्ति और मानसिक-शारीरिक क्षमता हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं रहता. इसी बात को सच कर दिखाया मेदिनीपुर की बेटी आफरीन जाबी ने. उन्होंने दुनिया के सबसे कठिन और खतरनाक जलमार्गों में गिने जाने वाले इंग्लिश चैनल को सफलतापूर्वक पार कर इतिहास रच दिया. यह उपलब्धि न केवल मेदिनीपुर शहर बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व की बात है.कठिन सफर
13 घंटे 45 मिनट की रोमांचक तैराकी :21 वर्षीय आफरीन जाबी, मेदिनीपुर स्विमिंग क्लब की सदस्य और मेदिनीपुर कॉलेज की सामाजिक विज्ञान की छात्रा हैं. वह 9 जुलाई को पश्चिम मेदिनीपुर से यूरोप रवाना हुईं थीं. मंगलवार रात 9 बजकर 31 मिनट (भारतीय समय) पर उन्होंने इंग्लिश चैनल पार कर लिया. पश्चिम मेदिनीपुर के जिलाशासक खुर्शीद अली कादरी और जिला पुलिस अधीक्षक धृतिमान सरकार ने इस उपलब्धि पर आफरीन को बधाई दी. डिस्ट्रिक्ट स्विमिंग एसोसिएशन के महासचिव शांतनु घोष ने बताया कि आफरीन ने मंगलवार सुबह 7:45 बजे इंग्लैंड के डोवर से अपनी तैराकी शुरू की और लगभग 34 किलोमीटर की दूरी तय कर उत्तरी फ्रांस के कैप-ग्रीस-नेज तट पर पहुंचीं. यह सफर उन्होंने 13 घंटे 45 मिनट में पूरा किया.
बचपन से तैराकी का जुनून, अब दुनिया में मेदिनीपुर का गौरव
आफरीन बचपन से ही मेदिनीपुर स्विमिंग क्लब में प्रशिक्षण लेती रही हैं और कई प्रतियोगिताओं में विजेता रही हैं. इंग्लिश चैनल पार करना उनका लंबे समय से सपना था, जिसे उन्होंने कठोर परिश्रम और अथक अभ्यास के बल पर पूरा किया.
उनके पिता शेख पियार अली ने बताया कि पानी का तापमान मात्र 12 डिग्री सेल्सियस था. लक्ष्य तक पहुंचने के बाद उनकी तबीयत थोड़ी बिगड़ गयी थी, लेकिन नाव पर मौजूद चिकित्सकों ने तुरंत इलाज कर उन्हें स्वस्थ कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है