जांच के दिये गये आदेश
संवाददाता, हावड़ा.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज व हास्पिटल मेें महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा हुआ था. इसके बाद सभी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की गयी थी. बावजूद इसके हावड़ा जिला अस्पताल में दो डॉक्टरों की पिटाई कर घटना सामने आयी है. इस घटना में अब तक किसी की गिरफ्तारी की खबर नहीं है. अस्पताल के डॉक्टरों ने इस घटना को लेकर विरोध जताया है.
जानकारी के अनुसार, बुधवार की रात एक बजे मध्य हावड़ा के टिकियापाड़ा के रहने वाले मोहम्मद आजाद (60) को हृदय संबंधी समस्या के साथ अस्पताल के मेल मेडिसिन वार्ड में भर्ती कराया गया था. डॉ सौम्य घोष ने उनका इलाज शुरू किया गया, लेकिन आधे घंटे बाद ही उनकी मौत हो गयी. यह खबर मिलते ही मरीज के रिश्तेदारों ने डॉक्टर के साथ मारपीट शुरू कर दी और थप्पड़ जड़ दिये. उन्हें बचाने पहुंचे डॉ अरुण नयन के साथ भी मारपीट की गयी.
घटना की खबर तुरंत पुलिस को दी गयी. आरोप है कि थाना सामने होने के बावजूद पुलिस देर से पहुंची. डॉक्टरों ने कहा कि अगर उन पर हमला होगा तो, वे कैसे मरीजों का इलाज करेंगे? वहीं, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ किशलय दत्त ने कहा कि इस घटना की खबर मिली है. पूरी घटना की जांच के आदेश दे दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि हर वार्ड में सुरक्षाकर्मी हैं. हर किसी को लिफ्ट में ऊपर जाने की अनुमति नहीं है. बावजूद इसके मरीज के कई परिजन वार्ड तक पहुंच गये और मारपीट की. डॉ दत्ता ने कहा कि अगर सुरक्षाकर्मियों की कोई लापरवाही सामने आती है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
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