कोलकाता. 20 वर्षीय कैंसर पीड़ित छात्र को कार चोरी के झूठे आरोप में रातभर पुलिस हिरासत में रहना पड़ा, जिससे वह काफी परेशान हो गया. पीड़ित छात्र ने अब सर्वे पार्क थाने में डीलरशिप और वाहन के पूर्व मालिक के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज करायी है और कानूनी कार्रवाई की मांग की है. घटना की शुरुआत सितंबर 2024 में हुई, जब तीसरे वर्ष का यह कंप्यूटर साइंस का छात्र 8.5 लाख रुपये में एक पुरानी कार खरीदता है. डीलर द्वारा उसे पैसे की रसीद, डिलीवरी नोट और मूल दस्तावेज तो दिये गये, लेकिन स्वामित्व उसके नाम पर स्थानांतरित नहीं किया गया. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि मुझे बताया गया था कि सभी दस्तावेज ठीक हैं और गाड़ी जल्द ही मेरे नाम पर ट्रांसफर कर दी जायेगी. मैंने बार-बार डीलर और एजेंसी के अधिकारियों से ट्रांसफर की अपील की. मुझे यह कार कॉलेज और अस्पताल जाने के लिए चाहिए थी, लेकिन हर बार यही कहा गया कि मालिक शहर से बाहर हैं और लौटने पर काम हो जायेगा. पीड़ित ने कहा, मेरे पास गाड़ी की मूल चाबियां और दस्तावेज हैं, फिर भी पुलिस ने मुझे गिरफ्तार किया. यह न केवल अपमानजनक था, बल्कि मेरी सेहत पर भी बुरा असर पड़ा. इसके बाद पीड़ित ने स्थानीय थाने में आरोपी डीलर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज करायी है.
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