कोलकाता.
अब महानगर में सड़क किनारे हॉकरों को बैठने की अनुमति नहीं दी जायेगी. हॉकर यूनियन के नेताओं को उनके लिए वैकल्पिक जगह खोजने को कहा गया है. बुधवार को कोलकाता नगर निगम (केएमसी) की टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक हुई, जिसमें मेयर फिरहाद हकीम भी शामिल हुए. निगम के कॉन्फ्रेंस हॉल में हुई बैठक में कमेटी के चेयरमैन धवल जैन, सह-चेयरमैन देवाशीष कुमार सहित अन्य सदस्य भी मौजूद रहे. बैठक में महानगर में अवैध हॉकरों पर नियंत्रण लगाने सहित अन्य मुद्दों पर बातचीत हुई.बैठक के बाद देवाशीष कुमार ने बताया कि न्यू मार्केट सहित पूरे महानगर में कहीं भी फुटपाथ किनारे सड़क (ब्लैक टॉप) पर हॉकरों को बैठने नहीं दिया जायेगा. उन्हें वहां से हटा दिया जा रहा है. ऐसे हॉकरों को पुनर्वास देने के लिए वेंडिंग कमेटी की ओर से हॉकर यूनियन के नेताओं को वैकल्पिक जगह खोजने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि हॉकरों को नियंत्रित करने के लिए कोलकाता पुलिस सभी तरह की मदद कर रही है.
केएमसी में हुई टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक, सदस्यों ने एक-दूसरे पर लगाया आरोप-प्रत्यारोपहालांकि, वेंडिंग कमेटी के सदस्य व हॉकर संग्राम समिति के महासचिव शक्तिमान घोष ने देवाशीष कुमार के विचारों का समर्थन नहीं किया. घोष ने दावा किया कि पुलिस से सहयोग नहीं मिलने के कारण ही ब्लैक टॉप में नये सिरे से अवैध हॉकर बैठ जा रहे हैं. यदि पुलिस चाहे, तो कोई भी अवैध हॉकर नहीं बैठ सकता. हॉकरों को परिचय पत्र देने को लेकर भी घोष ने सवाल उठाया. टाउन वेडिंग कमेटी के एक और सदस्य व हॉकर ज्वाइंट एक्शन कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष असित साहा ने बताया कि न्यू मार्केट अंचल में बड़ी संख्या में वैध हॉकर भी हैं, जिन्हें अब तक पुनर्वास नहीं दिया गया है. ऐसे लगभग 56 मोबाइल हॉकरों की तालिका मेयर को दी गयी है. इसके अलावा वार्ड 45 के एनएस रोड के 36 हॉकरों की तालिका सौंपी गयी है. मेयर इसे स्वीकार भी किया है. हॉकरों के हित को देखते हुए जल्द ही परिचय पत्र देने के लिए निगम प्रयास कर रहा है. लेकिन अब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है. न्यू मार्केट में बड़ी समस्या यह है कि वैध हॉकरों को भी बार-बार हटा दिया जा रहा है और नये हॉकरों को बैठा दिया जा रहा है. आरोप-प्रत्यारोप के बीच ही कमेटी की बैठक खत्म हुई.
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