कोलकाता. केंद्रीय मंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया है कि गुरुवार को दक्षिण 24 परगना जिले के बजबज इलाके में उनके काफिले पर हमला किया गया. इसे उन्होंने बतौर सांसद अपने ””””विशेषाधिकार का घोर हनन”””” बताया है. शुक्रवार को उन्होंने इस संबंध में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा और दावा किया कि उनकी जान को खतरा है. घटना का विवरण और आरोप : डॉ सुकांत मजूमदार गुरुवार को उन पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने बज बज पहुंचे थे, जो बुधवार को बजबज-1 बीडीओ कार्यालय के बाहर हुए हमले में कथित तौर पर घायल हो गये थे. ् आरोप है कि इसी दौरान तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने उनके काफिले को घेर लिया, नारे लगाये और पथराव किया. बालुरघाट से सांसद मजूमदार ने लोकसभा की कार्यवाही के संचालन की प्रक्रिया संबंधी नियम 222 के तहत अध्यक्ष को लिखे पत्र में इस ””””हमले”””” को न केवल अपने जीवन के लिए, बल्कि उनके साथ आये लोगों की सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा बताया. उन्होंने कहा कि कथित तौर पर तृणमूल कार्यकर्ताओं वाली भीड़ ने उनके काफिले को घेर लिया और हिंसक हमला किया, जिससे वाहनों को नुकसान पहुंचा और कई लोग घायल हो गये. पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप : पत्र में सुकांत मजूमदार ने कहा, “हमले से मेरी और वहां मौजूद लोगों की जान को सीधा और गंभीर खतरा पैदा हो गया. ” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि घटना के समय डायमंड हार्बर के पुलिस अधीक्षक राहुल गोस्वामी मौके पर मौजूद थे, लेकिन “कोई भी रोकथाम या सुरक्षात्मक कार्रवाई करने में विफल रहे. ” मजूमदार ने ओम बिरला से आग्रह किया है कि इस मामले को सदन की अवमानना माना जाये और उचित कार्रवाई के लिए विशेषाधिकार समिति के पास भेजा जाये.
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