कोलकाता. राज्य के तीन जिलों कूचबिहार, अलीपुरदुआर व जलपाईगुड़ी में सेना की वर्दी व उससे मिलती-जुलती वर्दी बेचने पर पुलिस ने रोक लगा दी है. जिले के विभिन्न दुकानों पर जाकर पुलिस इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को सतर्क कर रही है. शनिवार को ही कूचबिहार में पुलिस सड़क पर उतरी थी. जिला के पुलिस अधीक्षक द्युतिमान भट्टाचार्य ने कहा कि कोई सेना की वर्दी में कोई विनाशकारी काम नहीं कर सके. इसलिए यह कदम उठाया गया है. पहलगाम में भी आतंकी सेना की वर्दी पहन कर ही आये थे. राज्य खुफिया विभाग के सूत्रों के मुताबिक उत्तर-पूर्व भारत में संदिग्ध आतंकियों के ठिकाने पर छापा मार कर सेना की वर्दी बरामद की गयी थी. कूचबिहार सहित अलीपुरदुआर व जलपाईगुड़ी में कई दुकानों पर सेना जवानों की वर्दी की बिक्री होती है. वायुसेना से लेकर अर्द्धसैनिक बल के जवानों की तरह कई दुकानदार वर्दी बेचते हैं. इन तीन जिलों का एक बड़ा हिस्सा अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ा हुआ है. कई जगह कटीला तार भी नहीं है. संवेदनशील इलाके सीमा से ज्यादा दूर नहीं हैं. इन इलाकों में ही पुलिस ज्यादा प्रचार पर जोर दे रही है. एक अधिकारी ने बताया कि तीनों ही जिलों में कई इलाके की पहचान कर वहां व्यवसायियों को आमलोगों को सेना की वर्दी नहीं बेचने का निर्देश दिया गया है. यदि कोई खरीदने आता है तो इसकी पूरी जांच करने को कहा गया है. साथ ही यदि संदेहजनक कुछ लगता है तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें. कूचबिहार के जिला व्यवसायी समिति के सचिव सूरज घोष ने बताया कि सेना की वर्दी या इससे मिलता-जुलता पोशाक किसी को भी नहीं बेचने के लिए व्यवसायियों को सतर्क किया गया है. अलीपुरदुआर के पुलिस अधीक्षक वाई रघुवंशी ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए इस बारे में कदम उठाना जरूरी था. इस काम को ही पुलिस कर रही है.
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