अंतरराष्ट्रीय जल सीमा का उल्लंघन करने का लगा है आरोप
संवाददाता, कोलकाताबांग्लादेश की नौसेना ने अंतर्राष्ट्रीय जल सीमा का उल्लंघन करने के आरोप में पश्चिम बंगाल के सुंदरबन क्षेत्र के 34 मछुआरों को हिरासत में लिया है. साथ ही उनके दो ट्रॉलर ‘एफबी-झड़’ और ‘एफबी-मंगलचंडी’ को भी जब्त कर लिया है. प्रारंभिक तौर पर पता चला है कि मछुआरे कुछ दिनों पहले दो ट्रॉलरों में सवार होकर काकद्वीप के नामखाना से मछली पकड़ने के लिए समुद्र में निकले थे. बांग्लादेश की नौसेना ने उन्हें बंगाल की खाड़ी में बांग्लादेश के मोंगला बंदरगाह के पास हिरासत में ले लिया. भूलवश बांग्लादेश की सीमा में हो गये थे दाखिल : सूत्रों के अनुसार, 13 जुलाई की रात को मछुआरों के दो ट्रॉलर भूलवश बांग्लादेश की सीमा में दाखिल हो गये थे. इसके बाद ही बांग्लादेशी नौसेना के गश्ती जहाज से ट्रॉलरों का पीछा किया गया और उनमें सवार मछुआरों को हिरासत में ले लिया गया. मछुआरों और दोनों ट्रॉलरों को मोंगला बंदरगाह ले जाया गया. इसके बाद हिरासत में लिए गये मछुआरों को बांग्लादेशी पुलिस के हवाले कर दिया गया. प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, राज्य के मत्स्य विभाग ने हिरासत में लिये गये मछुआरों को जल्द देश में वापस लाने की पहल शुरू कर दी है. बांग्लादेश स्थित भारतीय दूतावास से भी संपर्क साधा गया है. हालांकि, बांग्लादेश में भारतीय मछुआरों को बार-बार हिरासत में लिए जाने व अंतरराष्ट्रीय जल सीमा के उल्लंघन की घटनाओं से तटीय सुरक्षा और ट्रॉलरों के जीपीएस सिस्टम की प्रभावशीलता पर सवाल उठ रहे हैं. सुंदरबन सामुद्रिक मत्स्यजीवी श्रमिक यूनियन के सचिव सतीनाथ पात्रा ने बताया कि दोनों ट्रॉलरों (एफबी-झड़ और एफबी-मंगलचंडी) पर सवार मछुआरों को 13 जुलाई को हिरासत में लिया गया. उनका कहना है कि “दोनों देशों के मछुआरे समुद्री सीमा के आसपास एक ही क्षेत्र में मछली पकड़ने का कार्य करते हैं. हमें उम्मीद है कि हमारी सरकार मछुआरों को वापस लाने के लिए आवश्यक कदम उठायेगी.’’मछुआरों के परिजन चिंतित
घटना का पता चलने के बाद से ही मछुआरों के परिवार वाले चिंतित हैं. उनमें से एक के परिवार के सदस्य ने कहा: मैंने सुना है कि मेरे पति को बांग्लादेश में हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बांग्लादेश से हमें फोन किया. उन्होंने बताया कि उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस थाने लाया गया है. वे सभी ठीक हैं, लेकिन जब तक वे घर नहीं लौटते, मुझे चिंता हो रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है