कल्याणी. नदिया जिले के कालीगंज उपचुनाव में देवग्राम के चांदघर आदर्श विद्यापीठ के बूथ संख्या 54 पर उस समय तनाव उत्पन्न हो गया, जब भाजपा प्रत्याशी आशीष घोष को केंद्रीय बलों ने रोक दिया. भाजपा प्रत्याशी ने प्रिसाइडिंग अधिकारी पर आरोप लगाया कि वह भाजपा एजेंट को तृणमूल कैडर बताकर बूथ में बैठने से रोक रहे हैं. इस पर उनकी प्रिसाइडिंग अधिकारी से तीखी बहस हुई. प्रिसाइडिंग अधिकारी ने पक्षपात के आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया कि शुरुआत में गलतफहमी हुई थी और बाद में भाजपा प्रत्याशी के एजेंट को बूथ में बैठने दिया गया था. सुबह से ही विभिन्न बूथों से शिकायतें मिल रही थीं. कहीं आरोप था कि विपक्षी एजेंटों को बैठने नहीं दिया जा रहा है, तो कहीं सत्ताधारी दल पर विपक्षी एजेंटों को जबरन हटाने का आरोप था. ईवीएम मशीन में गड़बड़ी की शिकायतें भी सामने आयीं. इसी कड़ी में देवग्राम के चांदघर आदर्श विद्यापीठ के बूथ संख्या 54 पर भाजपा एजेंट को बैठने न देने की शिकायत दर्ज की गयी.
बूथ में घुसते समय भाजपा प्रत्याशी आशीष घोष और उनके एजेंट की प्रिसाइडिंग अधिकारी से तीखी नोकझोंक हुई. भाजपा प्रत्याशी ने प्रिसाइडिंग अधिकारी पर सीधे तौर पर तृणमूल कांग्रेस का काम करने का आरोप लगाया. जवाब में प्रिसाइडिंग अधिकारी ने कहा कि वह अपना काम कर रहे हैं. इस दौरान बूथ के गेट के सामने कई भाजपा कार्यकर्ता जमा हो गये, जिससे तनाव की स्थिति पैदा हो गयी. तत्काल भारी सुरक्षा बल भी मौके पर पहुंच गया. कुछ देर बाद ही चुनाव आयोग से फोन आया और प्रिसाइडिंग अधिकारी ने भाजपा एजेंट को बूथ में घुसने दिया. भाजपा प्रत्याशी आशीष घोष ने शिकायत की कि प्रिसाइडिंग अधिकारी कुछ भी कहें, ये तृणमूल के कार्यकर्ता हैं और वे तृणमूल के इशारे पर काम कर रहे हैं. उन्होंने इस मामले की जानकारी चुनाव आयोग को देने की बात कही.
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