कोलकाता.
पिछले सप्ताह दक्षिण 24 परगना के महेशतला के रबींद्रनगर थाना क्षेत्र में लोगों के दो समूहों के बीच हुई झड़प ने विकराल रूप धारण कर लिया था. इस दौरान जमकर पथराव हुआ. इतना ही नहीं, दुकानों व मकानों में तोड़फोड़ व लूटपाट के भी आरोप लगे. तनाव के मद्देनजर वहां के संवेदनशील इलाकों में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी की गयी. इसी बीच, कलकत्ता हाइकोर्ट से अनुमति मिलने के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी बुधवार को रबींद्रनगर पहुंचे. वहां पहुंचते ही उनके खिलाफ ‘गो बैक’ और ‘चोर-चोर’ के नारे लगे. दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी पलटवार में नारेबाजी की. हालांकि, श्री अधिकारी थमे नहीं और रबींद्रनगर में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की, जिनके घरों व दुकानों में तोड़फोड़ की गयी थी. घटना में घायल हुए लोगों से भी भाजपा नेता ने मुलाकात की.वह इस दिन अपराह्न करीब तीन बजे रबींद्रनगर पहुंचे. वहां वह शिव मंदिर गये, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना भी की. पीड़ितों से मिलने के बाद वह पत्रकारों से मुखातिब हुए और आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें महेशतला के रबींद्रनगर आने से रोकने की कोशिश की. उन्होंने कहा : हालांकि, मैं यहां पहुंचा और यहां के पीड़ितों से बात की. राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करके चुनाव कराना जरूरी हो गया है. रबींद्रनगर के ज्यादातर लोग संभवत: गत लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं कर पाये. अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाला है. यहां लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करने की जरूरत है. मैंने यहां के सभी मंदिरों का दौरा किया. एक मंदिर के सामने कुछ महिलाएं विरोध कर रही थीं. मैं माथा टेका और दूर से ही निकल गया. यहां की सब वीडियोग्राफी है. मैं इसे कोर्ट को दिखाऊंगा. मुझे इस तरह से ‘भाइपो’ (भतीजा) नहीं रोक पायेंगे. यहां पीड़ित सुरक्षा को लेकर चितिंत हैं. यहां उनकी संख्या कम है. वे 11 जून की घटना के लिए न्याय चाहते हैं.गौरतलब है कि 11 जून को महेशतला के रबींद्रनगर इलाके में हिंसक झड़प की घटना के बाद ही एक बड़े इलाके में बीएनएसएस धारा 163 लगा दी गयी थी. इंटरनेट बंद कर दिया गया था. पुलिस ने उस घटना में करीब 45 लोगों को गिरफ्तार किया है. घटना के कुछ दिनों बाद ही राज्य प्रशासन ने रवींद्रनगर थाने के आइसी और महेशतला के एसडीपीओ का तबादला कर दिया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है