कोलकाता. दक्षिण 24 परगना के सुंदरबन की जल सीमा का कुछ हिस्सा, जिसे रिस्क जोन भी माना जाता है, में निगरानी आसान नहीं होती है. अब सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने सुंदरबन की जल सीमा में निगरानी बढ़ाने के लिए रक्षा अनुसंधान व विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित उन्नत तकनीक का उपयोग करने का निर्णय लिया है. सूत्रों के अनुसार, लंबे नदी मार्ग, कंटीले तारों की कमी और प्राकृतिक बाधाओं को ध्यान में रखते हुए बीएसएफ ने सैटेलाइट इमेज और उच्च तकनीक वाले ड्रोन की मदद से निगरानी करने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि सुंदरबन के घने जंगलों और बिना तारबंदी वाले दलदली व जल मार्ग वाले इलाकों में प्रभावी निगरानी के लिए मोबाइल सिग्नल ट्रैकिंग जैसी संवेदनशील तकनीक का भी इस्तेमाल किया जायेगा.
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