अनुब्रत व सुदीप को जिलाध्यक्ष पद से हटाये जाने पर तृणमूल सांसद ने दी सफाई
संवाददाता, कोलकाता
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने सोमवार को पार्टी में हाल ही में हुए सांगठनिक बदलावों पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि अनुब्रत मंडल और सुदीप बंद्योपाध्याय को अध्यक्ष पद से हटाने का एकमात्र कारण उनका प्रदर्शन था. दिल्ली रवाना होने से पहले हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए बनर्जी ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव के नतीजों और पूरे वर्ष के सांगठनिक कामकाज की समीक्षा के आधार पर यह परिवर्तन किया गया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी के लिए मेहनत करने वालों को पुरस्कृत किया गया है और इस फैसले को पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने मंजूरी दी है.
अभिषेक ने कहा : संगठन में बदलाव पार्टी का फैसला है. सभी स्तरों पर बातचीत के बाद ही निर्णय लिए गये. उन्होंने जोर देकर कहा कि नेताओं का पद उनके प्रदर्शन के आधार पर तय किया गया है. जो सांसद चुने गये हैं, उन्हें जिला स्तर से हटाकर राज्य स्तर पर लाया गया है, जबकि कई नेताओं को ब्लॉक स्तर से जिला स्तर पर काम करने का अवसर दिया गया है.
उन्होंने यह भी कहा कि जिन क्षेत्रों में नेताओं ने कड़ी मेहनत की, लेकिन पार्टी को अपेक्षित परिणाम नहीं मिले, उन्हें भी पुरस्कृत किया गया है. तृणमूल सांसद ने स्पष्ट किया कि वह अपने करीबियों पर नहीं, बल्कि काम करने वाले लोगों पर भरोसा करते हैं.
बीरभूम में जिलाध्यक्ष का पद समाप्त कर दिया गया है, और उत्तर कोलकाता सांगठनिक जिले में, जहां सुदीप बंद्योपाध्याय लंबे समय से अध्यक्ष थे, अध्यक्ष पद को खत्म कर एक कोर कमेटी का गठन किया गया है. बनर्जी ने कहा कि जल्द ही कोर कमेटी की बैठक होगी और सभी मिलकर पार्टी के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा, “किसका कद छोटा हुआ, किसे अधिक महत्व दिया गया, इस तरह से मामलों को देखना उचित नहीं है.” उन्होंने यह भी कहा कि हुगली, हावड़ा और घाटाल में भी प्रदर्शन को ही महत्व दिया गया है.
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