हावड़ा के लोगों का जीना हुआ मुहालहावड़ा. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, इस साल माॅनसून तय समय से पहले ही राज्य में प्रवेश कर जायेगा. ऐसे में हावड़ा नगर निगम (एचएमसी) द्वारा हावड़ा के सभी इलाकों में नालों की सफाई का काम युद्धस्तर पर शुरू कर दिया गया है. हालांकि अब भी कई ऐसे इलाके हैं, जहां काम अधर में है. सबसे बुरी स्थिति उत्तर हावड़ा की है, जहां पानी की पाइपलाइन बिछाने के लिए अधिकतर सड़कों को खोद दिया गया है. एक महीने से ज्यादा का समय हो गया, लेकिन अब तक इनकी मरम्मत नहीं हो पायी है. ऐसे में यहां के आम लोगों का जीना मुहाल हो रहा है.
हालांकि, माॅनसून में जल जमाव से हावड़ा के लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए निगम के अधिकारियों ने नालों की सफाई का काम बहुत पहले ही शुरू कर दिया था. खासकर उन इलाकों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जहां हर साल बरसात में पानी जम जाता है. वैसे आम लोगों का कहना है कि निगम का चुनाव सामने है. इसे देखते हुए अब काम शुरू किया गया है. शहर के अंदर सभी नालों की सफाई का काम लगभग पूरा कर लिया है. जल निकासी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अधिकांश बड़े नाले गाद से भर गये थे, जिन्हें हटाये बिना सफाई का कोई फायदा नहीं होगा. इसलिए गाद निकालने का विशेष अभियान चलाया गया.बेलगछिया भगाड़ का काम भी जारी
निगम के इंजीनियरों का कहना है कि बेलगछिया भगाड़ में कूड़े के पहाड़ में हुई धसान के बाद वहां से गुजरने वाले नालों का मुंह बंद हो गया था. इन क्षतिग्रस्त नालों का जीर्णोद्धार चल रहा है. अधिकारियों का कहना है कि माॅनसून से पहले इसे पूरा करना लगभग असंभव है. नतीजतन, इस बार भी माॅनसून के दौरान हावड़ा के लोगों को परेशानी होगी. निगम क्षेत्र में सभी खुले नालों और भूमिगत जल निकासी नहरों की देखभाल निगम करता है. कुछ अन्य बड़े भूमिगत नालों और जल निकासी की देखभाल केएमडीए और सिंचाई विभाग करता है. इन भूमिगत बड़े नालों के माध्यम से बारिश का पानी नदी में जाता है. नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि माॅनसून को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने करीब तीन महीने पहले शहर की जल निकासी नहरों से गाद निकालने का काम शुरू कर दिया था. बेलगछिया भगाड़ में भूमि धसान के बाद केएमडीए ने कुछ क्षतिग्रस्त भूमिगत नालों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया.मॉनसून से निबटने का एक्शन प्लान तैयार : डॉ सुजय
हावड़ा नगर निगम प्रशासनिक बोर्ड के चेयरमैन डॉ सुजय चक्रवर्ती ने कहा : माॅनसून को ध्यान में रखते हुए हमने बहुत पहले ही नालों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया था. निगम की ओर से काम लगभग पूरा हो चुका है. उम्मीद है कि इस बार हावड़ा के लोगों को बारिश में कम परेशानी होगी. जल्द ही बैठक होगी और सभी कार्यों की समीक्षा होगी. माॅनसून से निबटने के लिए एक्शन प्लान तैयार है.इलाके में जमा कचरे की तस्वीर भेजने पर दो घंटे में हो रही सफाई
केएमसी का नया अभियानकोलकाता. महानगर स्वच्छ बनाने के लिए कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने सफाई अभियान शुरू किया है. बुधवार से यह अभियान कोलकाता नगर निगम के ठोस कचरा प्रबंधन विभाग की ओर से शुरू किया गया है. बुधवार की सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक व्हाट्सएप पर 91 तस्वीरों के साथ शिकायतें आयीं. इसमें 19 जगह सफाई करा दी गयी. इस अभियान में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि विभाग की ओर से व्हाट्सएप नंबर 9073367883 चालू किया गया है. अभियान का नाम स्पोटेड गारबेज ब्लैक स्पॉट दिया गया है. इसमें तीन दल काम कर रहा है. शिकायत मिलने पर इसकी जांच कर वहां निगम कर्मी पहुंच जायेंगे. शिकायत मिलने के दो घंटे के भीतर ही कचरे की सफाई कर दी जायेगी. इसके लिए मैजिक वाहन तैयार रखा गया है. पांच जून को अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस का पालन किया जायेगा. इसके पहले ही महानगर में कचरा सफाई अभियान शुरू किया गया है, जो तीन जून तक चलेगा. कोलकाता नगर निगम के 144 वार्ड के नागरिक कचरा की तस्वीर खींच कर व्हाट्सएप नंबर पर भेज सकते हैं.पानीहाटी : ड्रेनेज सिस्टम मजबूत करने के लिए सात करोड़ की लागत से शुरू हुआ कार्य
बैरकपुर. पानीहाटी नगरपालिका में लंबे समय से जल जमाव की समस्या है. इस समस्या से निजात पाने के लिए बुधवार को पानीहाटी नगरपालिका के वार्ड नंबर 29 के खुदीराम पल्ली इलाके में जल निकासी की समस्या दूर करने के लिए ड्रेनेज सिस्टम मजबूत करने के लिए सात करोड़ रुपये की लागत से कार्य का शुभारंभ किया गया. मौके पर दमदम के सांसद सौगत रॉय, पानीहाटी के विधायक निर्मल घोष, पानीहाटी नगरपालिका के चेयरमैन सोमनाथ दे समेत अन्य उपस्थित थे. नगरपालिका के चेयरमैन सोमनाथ दे ने कहा कि बहुत दिनों से यह समस्या है. 28 और 29 नंबर वार्ड में, कार्य के पूरा होने के बाद, जल निकासी की समस्या दूर हो जायेगी. इस कार्य की लागत सात करोड़ रुपये है. छह माह में काम पूरा हो जाने की संभावना है. इसके तहत पानीहाटी के खुदीराम पल्ली इलाके के जमने वाले जमाव को साजिरहाट नहर में डाला जायेगा. इसके लिए अंडरग्राउंड नाले तैयार किये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है