संवाददाता, कोलकाता
दक्षिण 24 परगना के बजबज स्थित जय चंडीपुर में बंद पड़ी न्यू सेंट्रल जूट मिल कंपनी लिमिटेड की दो यूनिट्स को जल्द ही दोबारा खोलने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह तत्पर है. श्रम मंत्री मलय घटक ने विधानसभा में यह जानकारी देते हुए बताया कि इस जूट मिल को दोबारा शुरू करने के लिए अब तक नौ बैठकें हो चुकी हैं और आने वाले दिनों में सरकार इस दिशा में आवश्यक कदम उठायेगी. घटक ने सदन में ध्यानाकर्षण काल के दौरान बताया कि यह जूट मिल 2016 से बंद पड़ी है. एक समय यहां करीब तीन हजार श्रमिक कार्यरत थे, जिनमें से अब 2870 श्रमिक बचे हैं. इन श्रमिकों को राज्य सरकार द्वारा प्रति माह 1500 रुपये का भत्ता दिया जाता है और दुर्गा पूजा के समय अतिरिक्त 1500 रुपये भी दिये जाते हैं. इस पर सरकारी खजाने से अब तक 30 करोड़ का अनुदान खर्च हो चुका है. मंत्री ने आगे बताया कि इस बंद पड़ी जूट मिल को दोबारा खोलने के लिए कलकत्ता हाइकोर्ट के निर्देश पर दिसंबर 2013 में एक मंत्री संघ का गठन किया गया था, जिसका 2021 में पुनर्गठन किया गया. कोर्ट के निर्देश पर ही सरकार ने ट्रांजेक्शन एडवाइजर (टीए) नियुक्त किया है. यह टीए समस्त जांच के बाद राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपेगा, जिसके आधार पर राज्य सरकार दोबारा जूट मिल को खोलने के लिए जरूरी कदम उठायेगी और टेंडर जारी करेगी. मंत्री ने उम्मीद जतायी कि सरकार जल्द ही इस बंद पड़ी जूट मिल को खोलेगी. गौरतलब है कि इस जूट मिल का 42% मालिकाना हक राज्य सरकार के पास है, जबकि 55% श्रमिक संगठन के पास.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है