दीघा से शिव कुमार राउत
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को दीघा के समुद्र तटीय नगर में नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर से निकलने वाली पहली रथ यात्रा का शुभारंभ किया. ‘जय जगन्नाथ’ के जयघोष के बीच मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों के साथ मिलकर भगवान जगन्नाथ, उनके भाई भगवान बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के रथों की रस्सियां खींचीं. इस ऐतिहासिक क्षण में विदेशियों सहित हजारों श्रद्धालु शामिल हुए.
मुख्यमंत्री ने लाउडस्पीकर के माध्यम से श्रद्धालुओं से अपील की कि वे मुख्य मंदिर से निकलने वाली 750 मीटर लंबी रथ यात्रा के दौरान रथों की रस्सियों को वहां लगाये गये अवरोधकों के पीछे से छू सकते हैं. श्रद्धालुओं से यह भी कहा गया कि वे रथ यात्रा के मार्ग के किनारे लगे अवरोधकों के पीछे ही खड़े रहें. गुरुवार को मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया था कि श्रद्धालुओं को सड़क पर आकर सीधे रथ खींचने की अनुमति नहीं होगी.
मुख्यमंत्री ने निभायी परंपरा, डीजीपी ने संभाली सुरक्षा : रथ यात्रा शुरू होने से पहले ममता बनर्जी ने दोपहर करीब दो बजे सुनहरे झाड़ू से तीनों रथों के मार्ग को साफ किया और देवताओं की आरती भी उतारी. उन्होंने इस्कॉन से जुड़े विदेशी भक्तों के बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी अवलोकन किया. रथ यात्रा के दौरान सड़क के दोनों ओर लाखों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे, जो लगातार ‘जय जगन्नाथ’ के जयघोष लगा रहे थे. इस भव्य आयोजन के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गये थे और स्वयं राज्य पुलिस के डीजी राजीव कुमार सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रहे थे.
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