कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला भाषियों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है और इसके खिलाफ उन्होंने भाषा आंदोलन का आह्वान किया है. आरोप है कि भाजपा शासित राज्यों में रहने वाले बंगालियों को बांग्लादेशी करार दिया जा रहा है. इसके विरोध में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोर्चा संभाला है. इस बार ममता बनर्जी ने बंगाल के खिलाफ भाजपा के ””””भाषाई आतंक”””” के विरोध में बीरभूम के लालमाटी से एक आंदोलन कार्यक्रम शुरू करने का फैसला है. 28 जुलाई को बोलपुर में एक विरोध मार्च का आह्वान किया गया है, जिसमें राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी मौजूद रहेंगी. ममता बनर्जी रवींद्रनाथ टैगोर के बोलपुर से ””””भाषा आंदोलन”””” शुरू करने जा रही हैं. तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा शासित राज्यों में बंगाल के प्रवासी श्रमिकों पर हमले हो रहे हैं. आरोप है कि बंगाली बोलने पर उन्हें बांग्लादेशी बताकर जेल में डाला जा रहा है, उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. सिर्फ यही नहीं, उचित पहचान पत्र होने के बावजूद उनमें से कई को बांग्लादेश वापस भेज दिया गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसका कड़ा विरोध किया है और भाषा आंदोलन का आह्वान किया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है