जलापूर्ति व्यवस्था चरमराने की आशंका हुगली. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘जल जीवन मिशन’ के अंतर्गत घर-घर पाइपलाइन से शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम अब गंभीर संकट की ओर बढ़ रहा है. इस योजना से जुड़े ठेकेदारों ने बकाया भुगतान न मिलने के कारण हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है, जिससे जल आपूर्ति व्यवस्था पर बड़ा खतरा मंडराने लगा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्ष 2021-22 से राज्य के ग्रामीण इलाकों में जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन बिछाने और जल कनेक्शन देने का काम शुरू हुआ था. इसकी निगरानी राज्य के जनस्वास्थ्य एवं तकनीकी विभाग द्वारा की जाती है. वर्तमान में पूरे राज्य में लगभग 7000 ठेकेदार इस योजना से जुड़े हुए हैं. ठेकेदारों का आरोप है कि शुरुआती महीनों में भुगतान समय पर मिलता रहा, लेकिन 2023 की दुर्गा पूजा के बाद से भुगतान पूरी तरह बंद हो गया है. केवल हुगली जिले में ही करीब 250 करोड़ रुपये की राशि लंबित है. पूरे राज्य में यह आंकड़ा और अधिक हो सकता है. कर्ज लेकर काम कर रहे ठेकेदार: ठेकेदारों ने बताया कि कई लोगों ने बैंक से ऋण लिया, यहां तक कि अपनी जमीन-जायदाद तक गिरवी रख दी, ताकि काम रुके नहीं. लेकिन अब हालात ऐसे हो गये हैं कि वे न मजदूरी दे पा रहे हैं, न ही निर्माण सामग्री खरीदने की स्थिति में हैं. कई जगहों पर परियोजनाओं का काम पूरी तरह रुक गया है. ठेकेदारों का कहना है कि वे अगले सप्ताह मंत्री के कार्यालय में प्रतिनिधिमंडल के जरिये अपनी शिकायत दर्ज करायेंगे. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर जल्द भुगतान नहीं हुआ, तो जल जीवन मिशन पूरी तरह ठप हो सकता है.
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