कोलकाता. कोलकाता नगर पालिका बैटरी चालित कचरा संग्रहण करनेवाले वाहनों का जीर्णोद्धार कर उन्हें फिर से उपयोग करने लायक बनाया है. शुक्रवार को कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि निगम की लागत कम करने के लिए इन बैटरी चालित वाहनों का जीर्णोद्धार कर उन्हें फिर से उपयोग में लाया जायेगा. नगर पालिका नगर पालिका के मौलाली सेंट्रल गैराज में इनका जीर्णोद्धार कर रही है. निगम के मेयर परिषद के सदस्य तारक सिंह के नेतृत्व में इंजीनियर इन पुराने बैटरी चालित वाहनों का जीर्णोद्धार कर उन्हें उपयोग में लाने लायक बना रहे हैं. इससे निगम की लागत में 80 प्रतिशत की कमी आयेगी. उन्होंने बताया कि निगम को प्रति बैटरी चालित वाहनों के करीब ढाई लाख रुपये की लागत से खरीदना पड़ता है. निगम के कचरा प्रबंधन विभाग द्वारा कुल 50 बैटरी चालित वाहनों को अनुपयोगी घोषित कर दिया गया था. इनमें से 15 की प्रारंभिक तौर पर मरम्मत की जा रही है. फिलहाल पांच वाहन तैयार हो गये हैं. 10 वाहनों की मरम्मत चल रही है.
फ्लाइओवर के नीचे रहने वाले लोगों से ब्रिज को खतरा : मेयर ने बताया कि शहर में किसी भी फ्लाइओवर के नीचे कोई नहीं रह सकता. कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने शुक्रवार विभिन्न फ्लाइओवर की जांच से पता चला है कि ब्रिज के नीच रहने वाले लोग खाना पकाते हैं, जिसके कारण पुल को नुकसान पहुंच रहा है. वहीं ब्रिज के निजी रहने वाले लोगों से कानून-व्यवस्था के लिए भी चुनौतियां पैदा हो रही हैं, इसलिए इन लोगों को हटाने का काम शुरू किया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है