कोलकाता.
शिक्षा मंत्री 25 मई को ऑल बंगाल प्रिंसिपल्स काउंसिल के वार्षिक सम्मेलन में भाग लेंगे. इस बैठक में सरकारी और सहायता प्राप्त कॉलेजों के प्रिंसिपल केंद्रीकृत स्नातक प्रवेश पोर्टल को शुरू करने में हो रही देरी के कारण आ रही समस्याओं से उन्हें अवगत कराएंगे. ओबीसी आरक्षण से जुड़े कानूनी विवाद के कारण पोर्टल खुलने में देरी हो रही है, जिससे कॉलेजों को स्नातक प्रवेश शुरू करने में दिक्कत आ रही है. आशुतोष कॉलेज के प्रिंसिपल मानस काबी और बेहाला कॉलेज की प्रिंसिपल शर्मिला मित्रा ने इस देरी पर चिंता व्यक्त की है. उनका कहना है कि निजी और स्वायत्त कॉलेज पहले ही प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं, जिससे राज्य के कॉलेजों में प्रतिभाशाली छात्रों के न मिल पाने का खतरा है. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने हाल ही में 77 समुदायों को ओबीसी के रूप में वर्गीकृत करने वाले राज्य सरकार के आदेश को रद्द कर दिया था, जिससे प्रवेश प्रक्रिया को लेकर और भी अनिश्चितता बढ़ गयी है. कॉलेज प्रिंसिपल मंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करने और पोर्टल को तुरंत खोलने का आग्रह करेंगे ताकि पिछले साल जैसी हजारों सीटें खाली रहने की समस्या से बचा जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है