सेवानिवृत्त कर्मियों ने नगरपालिका परिसर के अंदर, तो अस्थायी कर्मचारियों ने गेट के बाहर जताया विरोध
हुगली. शनिवार को हुगली-चुंचुड़ा नगरपालिका में दो अलग-अलग संगठनों के आंदोलनों के कारण दिनभर अफरा-तफरी का माहौल रहा. एक ओर जहां सेवानिवृत्त पेंशनभोगी बोर्ड मीटिंग कक्ष के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं नगरपालिका के अस्थायी कर्मियों ने गेट के बाहर वेतन वृद्धि की मांग को लेकर धरना दिया. स्थिति को देखते हुए नगरपालिका परिसर में पुलिस बल तैनात करना पड़ा. सेवानिवृत्त पेंशनभोगियों का आरोप है कि उन्हें पिछले दो महीने से पेंशन नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि शनिवार, जो कि मई महीने का अंतिम दिन था, तक अप्रैल की पेंशन भी नहीं दी गयी. उनका यह भी कहना है कि पिछले साल की पूजा एक्स-ग्रेशिया और 14 महीने का बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता (डीए) भी अब तक बकाया है. पेंशनभोगी चेयरमैन से मिलने पहुंचे थे, लेकिन उनका आरोप है कि पुलिस बुलाकर उन्हें बाहर निकालने की कोशिश की गयी.इधर, नगरपालिका के अस्थायी कर्मियों ने आरोप लगाया कि पिछले तीन वर्षों से उनका वेतन नहीं बढ़ाया गया है. उनका कहना है कि पहले भी आंदोलन के बाद उन्हें छह महीने का समय दिया गया था, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शुक्रवार की बोर्ड मीटिंग में वेतन वृद्धि पर कोई निर्णय नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में और बड़ा आंदोलन किया जायेगा.
बोले नगरपालिका के चेयरमैन
नगरपालिका चेयरमैन अमित राय ने कहा कि 2022 में बोर्ड गठन के बाद प्रतिदिन 20 रुपये की दर से 600 रुपये मासिक वेतन पहले ही बढ़ाया गया था. उन्होंने तर्क दिया कि जब तक बोर्ड का कार्यकाल पूरा नहीं होता, तब तक दोबारा वेतन वृद्धि संभव नहीं है. पेंशनभोगियों की समस्या पर उन्होंने कहा कि पेंशन देने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि हर जगह वामपंथी लोग आंदोलन करवा रहे हैं और यहां भी वही हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है