प्रोफेसर पियरे वैन डेम के साथ संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया कोलकाता. महानगर में जन्मे और अमेरिका में बसे चिकित्सक डॉ आनंद बंद्योपाध्याय को प्रतिष्ठित ‘आईवीआई-एसके बायोसाइंस पार्क महनहून पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है. डॉ बंद्योपाध्याय भारत के पोलियो उन्मूलन प्रयासों और खसरा निगरानी पहलों में महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाने जाते हैं. ‘गेट्स फाउंडेशन’ के डॉ आनंद बंद्योपाध्याय (45) को एंटवर्प विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पियरे वैन डेम के साथ संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया. दोनों को टीका के क्षेत्र में अनुसंधान, विशेष रूप से एक नये मौखिक पोलियो रोधी टीके के विकास और उसको अमल लाने के उनके अभूतपूर्व कार्य के लिए सम्मानित किया गया. इंटरनेशनल वैक्सीन इंस्टीट्यूट (आईवीआई) दुनिया का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो वैश्विक स्वास्थ्य के लिए टीकों की खोज, विकास और वितरण के मामले में विशेष रूप से समर्पित है. आईवीआई ने 30 अप्रैल 2025 को ‘आईवीआई-एसके बायोसाइंस पार्क महनहून पुरस्कार’ समारोह आयोजित किया. डॉ बंद्योपाध्याय ने बताया, ‘ऐसा प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करके अच्छा लग रहा है. यह भविष्य के शोध के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन होगा. यह मान्यता पोलियो उन्मूलन के लिए समर्पित वैश्विक साझेदारी और टीम के प्रयास के लिए एक अहम उपलब्धि है.’
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