कोलकाता. कोलकाता मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने 11 साल के बच्चे के फेफड़े के बाएं हिस्से में फंसी बोर्ड पिन को सफलतापूर्वक निकालकर उसे नया जीवन दिया है. यह जटिल कार्य मेडिकल कॉलेज के इएनटी विभाग के चिकित्सकों द्वारा किया गया. उत्तर 24 परगना के स्वरूपनगर निवासी अंकन विश्वास को पिछले तीन-चार दिनों से सीने में दर्द, हल्की खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. शुरुआती जांच में समस्या का पता नहीं चला, लेकिन बशीरहाट सरकारी अस्पताल में एक्स-रे से उसके फेफड़े में एक पिन फंसी हुई दिखी, जिससे बायीं श्वासनली अवरुद्ध हो गयी थी. इसके बाद उसे तुरंत कलकत्ता मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. इएनटी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ दीप्तांशु मुखोपाध्याय ने बताया कि अस्पताल पहुंचने पर अंकन को सांस लेने में काफी दिक्कत हो रही थी. सीटी स्कैन में बायीं श्वासनली में धातु की पिन फंसी हुई मिली, जिससे फेफड़े ठीक से काम नहीं कर पा रहे थे.
डॉ दीप्तांशु मुखोपाध्याय, डॉ बिजन अधिकारी और डॉ तान्या पांजा की इएनटी टीम ने तुरंत सर्जरी का फैसला किया. ब्रोंकोस्कोपी के माध्यम से 2.5 सेमी लंबी बोर्ड पिन को निकालने में लगभग दो घंटे लगे, क्योंकि यह एक जटिल जगह पर फंसी हुई थी. फिलहाल, अंकन को बाल चिकित्सा गहन चिकित्सा इकाई में रखा गया है और उसकी हालत स्थिर है.
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