जेआइएस ग्रुप के लिए गर्व का क्षण कोलकाता. महानगर की डॉ नंदिनी चांदगोठिया ने जुलाई 2025 सत्र के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल इंपोर्टेंस कंबाइंड एंट्रेंस टेस्ट (आइएनआइ-सीइटी) में 100 पर्सेंटाइल स्कोर के साथ अखिल भारतीय रैंक वन हासिल करके एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. छात्रा ने जेआइएस ग्रुप एजुकेशनल ग्रुप के तहत प्रमुख संस्थान, गुरु नानक इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज एंड रिसर्च (जीएनआइडीएसआर) से हाल ही में स्नातक किया है. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) द्वारा आयोजित आइएनआइ-सीइटी, एमडी, एमएस, एमडीएस, डीएम और एम सीएच जैसे स्नातकोत्तर चिकित्सा और दंत चिकित्सा कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए भारत की सबसे प्रतिस्पर्धी और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं में से एक है. यह एम्स-नयी दिल्ली और अन्य एम्स परिसरों, जेआइपीएमइआर-पुडुचेरी, पीजीआइएमइआर-चंडीगढ़, निमहंस-बेंगलुरु और एससीटीआइएमएसटी-त्रिवेंद्रम सहित प्रमुख संस्थानों का प्रवेश द्वार है. जीएनआईडीएसआर के 2019-2024 बैच की डॉ चांदगोठिया ने गत 17 मई को आयोजित इस कठिन राष्ट्रीय परीक्षा में न केवल टॉपर बनीं, बल्कि अपनी लगातार शैक्षणिक प्रतिभा के लिए भी उसने एक नयी पहचान हासिल की, क्योंकि इससे पहले उन्होंने नीट एमडीएस 2025 में अखिल भारतीय रैंक 7 हासिल किया था. इस उपलब्धि पर खुशी व्यक्त करते हुए जेआइएस ग्रुप के प्रबंध निदेशक तरनजीत सिंह ने कहा कि इस छात्रा की अभूतपूर्व सफलता हमारे बेहतरीन शैक्षणिक और पोषणकारी वातावरण का प्रतिबिंब है जिसे हम जीएनआइडीएसआर में प्रदान करने का प्रयास करते हैं. यह उपलब्धि न केवल जेआइएस ग्रुप परिवार के लिए बहुत गर्व की बात है, बल्कि हजारों महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों को भी प्रेरित करती है. हम स्वास्थ्य सेवा में भविष्य के लीडर्स को आकार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इस छात्रा की यात्रा दृढ़ता और निर्देशित उत्कृष्टता से हासिल सफलता का एक शानदार उदाहरण है, जिससे अन्य युवा प्रेरित होंगे.
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