शुभेंदु अधिकारी ने निर्वाचन आयोग से किया आग्रह कहा : राज्य में ‘आतंक का माहौल’ बनाने की कोशिश कर रही तृणमूल कोलकाता. भाजपा के वरिष्ठ नेता शुभेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से पश्चिम बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव अन्य राज्यों के साथ नहीं कराने का आग्रह किया. श्री अधिकारी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री के खिलाफ तृणमूल नेताओं द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली भाषा धमकी भरी और अलोकतांत्रिक है. इन परिस्थितियों में, पश्चिम बंगाल में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं हैं. उन्होंने निर्वाचन आयोग से राज्य विधानसभा चुनाव को असम, बिहार या केरल में होने वाले चुनावों के साथ नहीं कराने का आग्रह किया. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं. श्री अधिकारी ने राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर ‘आतंक का माहौल’ बनाने का आरोप लगाया. राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए, तृणमूल कांग्रेस समर्थित बदमाशों पर गुरुवार को अलीपुरदुआर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में जाने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों पर हमला करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि तृणमूल समर्थित गुंडों ने 34 वाहनों में तोड़फोड़ की और भाजपा के 22 कार्यकर्ताओं को घायल कर दिया, ताकि उन्हें प्रधानमंत्री की रैली में पहुंचने से रोका जा सके. भाजपा के वरिष्ठ नेता ने बिजली की दरों में वृद्धि को लेकर भी राज्य सरकार की आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक नेता स्मार्ट मीटर लगाने में शामिल निजी एजेंसियों से कमीशन ले रहे हैं और दावा किया कि ये उपकरण उपयोगकर्ताओं से 12 की बजाय 13 महीने का शुल्क लेते हैं. हालांकि, इस आरोप के समर्थन में उन्होंने कोई साक्ष्य नहीं पेश किया. श्री अधिकारी ने कहा, ‘हम इस संबंध में जन सभाएं और जागरूकता अभियान आयोजित करेंगे तथा भाजपा विधायक विधानसभा में इस मुद्दे को उठायेंगे.’ पड़ोसी देश में मतुआ समुदाय पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ बांग्लादेश उच्चायोग को लिखा पत्र: इसके साथ ही पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा विधायक दल की ओर से महानगर में स्थित बांग्लादेश उच्चायोग के आयुक्त को पत्र लिख कर वहां अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा की घटनाओं की निंदा की गयी है. शुक्रवार को विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों का प्रतिनिधिमंडल बांग्लादेश उच्चायोग के कार्यालय पहुंचा और उच्चायुक्त को ज्ञापन सौंपा. इस मौके पर श्री अधिकारी ने कहा कि बांग्लादेश के जेसोर में अयायानगर में अल्पसंख्यकों, विशेषकर मतुआ समुदाय के लोगों पर अत्याचार किये जा रहे हैं. मतुआ समुदाय के लोगों के घरों में घुस कर उनके जरूरी दस्तावेज जैसे- जमीन की दलील, पहचान पत्र, स्कूल प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेजों को लूट कर नष्ट कर दिया जा रहा है. उन्होंने इस प्रकार की घटनाओं को जल्द से जल्द रोकने की मांग की. बेरोजगार शिक्षकों पर हमले की घटना की निंदा की वहीं, विपक्ष के नेता ने बेरोजगार शिक्षकों पर हमले की घटना की निंदा की. बेरोजगार शिक्षकों के आंदोलन का समर्थन करते हुए श्री अधिकारी सियालदह स्टेशन पहुंचे और आंदोलनकारी शिक्षकों से मुलाकात की. इस मौके पर श्री अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की निर्मम सरकार सिर्फ बेगुनाहों पर ही अत्याचार करती है. तृणमूल कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार के कारण इन शिक्षकों के पेट पर लात लगी है और जब ये शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं तो उन पर लाठीचार्ज किया जा रहा है. श्री अधिकारी ने कहा कि वह शिक्षकों के इस आंदोलन में उनके साथ हैं.
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