हावड़ा वाणिज्यिक विभाग की सतर्कता से फर्जी टिकट परीक्षकों को पकड़ा गया
आरोपियों ने कहा, टीई की नौकरी के लिए चार लाख रुपये दिये
अंतरराज्यीय गिरोह के तार देश की राजधानी दिल्ली से जुड़े
संवाददाता,हावड़ा.
हावड़ा मंडल के वाणिज्यिक विभाग की सतर्कता से जहां दो फर्जी टिकट परीक्षकों (टीई) को पकड़ा गया वहीं पैसे लेकर नौकरी दिलाने वाले एक बड़े सिंडिकेट का भी खुलासा हुआ. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार गिरोह के सरगना के तार देश की राजधानी दिल्ली से जुड़े हुए हैं. पकड़े गये टिकट परीक्षकों की पहचान विनय कुमार (30) और नितेश बालगुहार (32) के रूप में हुई है. नितेश कुमार दिल्ली के बादली थाना और विनय कुमार दिल्ली के अलीपुर थाना इलाके का रहना वाला है.
आरोपियों से पूछताछ में बड़े खुलासे हुए हैं. आरोपियों ने बताया कि उन्होंने नौकरी के बदले, एक व्यक्ति को चार-चार लाख रुपये दिये हैं. एक आरोपी नितेश कुमार ने बताया कि उसने और उसके साथी ने दिल्ली में अभिराज नामक एक व्यक्ति को चार-चार लाख रुपये दिये हैं. पैसा लेने वाले व्यक्ति ने चार लाख रुपये के बदले उन्हें रेलवे में टीई की नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था. आरोपियों ने बताया कि अभिराज से उनकी मुलाकात दिल्ली के कनॉट प्लेस में हुई थी. उसने रेलवे में अपनी पहुंच की बात कही थी. उसने पहले दिल्ली के पहाड़गंज में स्थित रेलवे के अस्पताल में दोनों का मेडिकल करवाया था. उसके बाद उसने पूर्व रेलवे के हावड़ा मंडल के बर्दवान स्टेशन पर टीई के पोस्ट का नियुक्ति पत्र दिया. उसके कहने पर ही वह मंगलवार को बर्दवान स्टेशन पर पहुंचे. स्टेशन के टिकट काउंटर के पास दोनों को एक व्यक्ति ने पहचान पत्र दिया. पहचान पत्र देने वाले व्यक्ति ने स्टेशन पर ड्यूटी करने को कहा. जिसके बाद वह प्लेटफॉर्म और ओवर ब्रिज पर यात्रियों का टिकट चेक कर रहे थे. नितेश ने बताया कि वह पिछले दो दिनों से बर्दवान में एक किराये का कमरा लेकर रह रहे थे.
हावड़ा मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक राहुल रंजन ने बताया कि हावड़ा मंडल में फर्जी टिकट परीक्षकों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इसी दौरान बुधवार को सुबह 11.30 बजे दोनों को बर्दवान स्टेशन पर टिकट चेक करते पकड़ा गया. बर्दवान स्टेशन के टीआइसी बालयोगेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में उनकी टीम ने आरोपियों को पकड़ा. दोनों से पूछताछ करने पर और कई खुलासे होने की उम्मीद है.
आगे की कार्रवाई के लिए दोनों आरोपियों को बर्दवान आरपीएफ को सौंप दिया गया है. रेलवे सुरक्षा बल आरोपियों सो पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है